... ब्रेकिंग पत्रवार्ता : संसदीय सचिव यूडी मिंज ने उस आश्रम के विरुद्ध सवाल उठाया जहाँ से चंद्र शेखर बने थे प्रधानमंत्री,सीएम बघेल समेत उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव जहाँ टेकते हैं मत्था,धार्मिक व आध्यात्मिक आस्था के केंद्र पर सवालिया निशान उठाने से बढ़ी यूडी की मुसीबतें,हिन्दू समाज हुआ आहत, बीजेपी पुतला दहन की तैयारी में,जनजातीय सुरक्षा मंच ने लिया आड़े हाथों।

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ब्रेकिंग पत्रवार्ता : संसदीय सचिव यूडी मिंज ने उस आश्रम के विरुद्ध सवाल उठाया जहाँ से चंद्र शेखर बने थे प्रधानमंत्री,सीएम बघेल समेत उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव जहाँ टेकते हैं मत्था,धार्मिक व आध्यात्मिक आस्था के केंद्र पर सवालिया निशान उठाने से बढ़ी यूडी की मुसीबतें,हिन्दू समाज हुआ आहत, बीजेपी पुतला दहन की तैयारी में,जनजातीय सुरक्षा मंच ने लिया आड़े हाथों।

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,20 अगस्त 2023 

जशपुर जिले के कुनकुरी विधायक एवं संसदीय सचिव यूडी मिंज की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।ठीक चुनाव से पहले उनके द्वारा शासन को लिखे पत्र में सर्वेश्वरी समूह के आश्रम पर सवालिया निशान लगाते हुए जिले के अधिकारी को हटाने की कवायद करना उनके लिए बड़ी मुसीबत लेकर आने  वाला है। दरअसल सोगड़ा आश्रम हिन्दुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। इस संस्थान का जितना आध्यात्मिक महत्त्व है उससे कहीं ज्यादा यहाँ बड़े नामचीन हस्तियों की यह मार्गदर्शक संस्था है। 

यह छत्तीसगढ़ का वह आश्रम है जहाँ संत अवधूत राम जी के पास जाकर चंद्रशेखर उनके आशीर्वाद से प्रधानमंत्री बने थे , धोनी भी हर साल यहाँ आते रहते हैं ।पिछले दस दिनों में उपमुख्यमंत्री बनते ही टीएस सिंहदेव सोगड़ा आश्रम जाकर बाबा अवधूत राम के शिष्य गुरु संभव बाबा से आशीर्वाद लिए।सीएम भूपेश बघेल समेत पीएल पुनिया लगातार यहाँ आते रहते हैं।इसके अलावा इंदिरा गांधी,राजीव गाँधी,व्हीपी सिंह इस आश्रम के अनुयायी रहे हैं। 

संसदीय सचिव यूडी मिंज के द्वारा अधिकारी पोस्टिंग मामले में सोगडा स्थित श्री सर्वेश्वरी समूह अघोरेश्वर आश्रम पर सवालिया निशान उठाए जाने से हिंदू संगठनों सहित आश्रम के भक्तों में खासा नाराजगी व्याप्त है।बताया जा रहा इस मामले में जल्द ही संसदीय सचिव के खिलाफ जिले में बड़ा आंदोलन और विरोध प्रदर्शन किए जाने की रणनीति बन रही है जिससे निश्चित ही कांग्रेस के हिन्दू वोटर्स भी प्रभावित होंगे। 

उल्लेखनीय है कि गत दिनों संसदीय सचिव के द्वारा मंत्री रविंद्र चौबे के नाम एक पत्र प्रेषित किया गया जिसमें जल संसाधन विभाग के अधिकारी श्री जामनिक के पोस्टिंग मामले में सोगडा स्थित श्री सर्वेश्वरी समूह अघोरेश्वर आश्रम की संलिप्तता का उल्लेख किया गया है। उक्त पत्र के जारी होने के बाद संसदीय सचिव यूडी मिंज द्वारा आश्रम पर सवालिया निशान उठाए जाने से आश्रम के भक्तों सहित हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश व्याप्त है।बताया जा रहा हिंदू संगठन जल्द ही संसदीय सचिव के खिलाफ बड़े आंदोलन और धरना प्रदर्शन कर उनका पुतला दहन करेंगे।

पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने भी यूडी मिंज के खिलाफ खोला मोर्चा 

पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने संसदीय सचिव यूडी मिंज के इस विवादित पत्र पर जमकर हमला बोलते हुवे कहा कि 

संसदीय सचिव यूडी मिंज का यह कृत्य माफी के काबिल नहीं है,संसदीय सचिव ने दुनिया भर से करोड़ों हिंदूओ की आस्था और भावना को ठेस पहुंचाते हुए एक धार्मिक समूह पर गंभीर आरोप लगाया है।जो पत्र संसदीय सचिव ने मंत्री रविंद्र चौबे के नाम प्रेषित किया है उससे भगवा चोला पहनकर हिंदुओ के बीच कालनेमि की भूमिका अदा करने वाले कुनकुरी विधायक का असली चेहरा सबके सामने तब आ गया है। 

श्री भगत ने कहा कि यू डी मिंज ईसाई हैं और ईसाइयों की आस्था कभी भी हिन्दू धर्म के संत, भगवान और मंदिर मठों के प्रति नहीं हो सकती है और इसी कारण से उनके द्वारा सोगड़ा आश्रम के प्रति ऐसे झूठे आरोप लगाए गए हैं जिसे हिन्दू समाज कभी माफ नहीं करेगा और इसका परिणाम उन्हें भुगतना होगा ।

 मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के आस्था का भी प्रमुख रहा है केंद्र 

सोगडा स्थित श्री सर्वेश्वरी समूह द्वारा संचालित अघोरेश्वर आश्रम में जिस अवधूत भगवान राम सहित मां काली की पूजा अर्चना अघोरेश्वर मंत्रोजाप के साथ रोजाना की जाती है और इसी आश्रम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव,स्पीकर चरणदास महंत,पूर्व छत्तीसगढ़ प्रभारी पी एल पुनिया का आस्था जुड़ा है उसी आश्रम पर पोस्टिंग मामले में हस्तक्षेप करने का गंभीर आरोप लगा संसदीय सचिव ने पत्र मंत्री रविंद्र चौबे के नाम प्रेषित किया है।इस आस्था के केंद्र पर जिस प्रकार सवालिया निशान उठाते से संसदीय सचिव यूडी मिंज ने मंत्री को पत्र लिखा है उससे जिले में आश्रम से जुड़े लोगों की भावनाएं आहत हुई है संसदीय सचिव पर आस्था के केंद्र पर प्रहार करने सहित लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का गंभीर आरोप भी लग रहा है।हिन्दू संगठनों ने सोशल मीडिया में खुलकर इसका विरोध जताया है और कहा है कि इस कृत्य के लिए संसदीय सचिव को सभी से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए।बीजेपी ने पुतला दहन की बात भी कही है। 

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