जशपुर, टीम पत्रवार्ता, 11 दिसंबर 2025
बगीचा नगर में 108 कुंडीय यज्ञीय अनुष्ठान के द्वितीय दिवस प्रातः देव आवाहन,देव स्थापना,आचार्यवरण, सर्वतोभद्र,तत्ववेदिका,ऋषि पूजन के साथ यज्ञ भगवान को गायत्री मंत्र की आहुतियां समर्पित की गईं।शांतिकुंज से पधारे प्रज्ञा पुरोहित आचार्य दिनेश ने यज्ञ की महिमा के साथ गायत्री माहात्म्य का वर्णन किया।उन्होंने बताया कि देवशक्तियां सृजनकारी होती हैं परमात्मा की शक्ति हमेशा सृजन के लिए होती है जो हमें विघ्नकारी शक्तियों से सदैव सुरक्षित रखती है।स्वयं के दुर्गुणों को दूर करने के लिए आत्मशोधन किया जाता है और धर्म कर्म हमेशा आत्म कल्याण के लिए किया जाता है।
सायंकालीन बेला में कार्यक्रम के दौरान शांतिकुंज से पधारे प्रज्ञापुत्र आचार्य दिनेश के मुखारविंद से पावन प्रज्ञा पुराण की कथा कही गई जिसमें नगरवासियों के साथ गायत्री परिजनों ने कथा सत्संग का लाभ लिया।
गायत्री महायज्ञ में सतत माता भगवती भोजनालय में भंडारा प्रसाद की व्यवस्था की गई है वहीं भारतीय संस्कृति एवं सप्त आंदोलनों को प्रदर्शित करती प्रदर्शनी प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
12 को दीपमहायज्ञ में पधारेंगे डॉ चिन्मय पंड्या
आयोजकों ने बताया कि यज्ञीय आयोजन के तृतीय दिवस शाम को दीप महायज्ञ का आयोजन किया गया है जिसमें 11000 दीपकों से हाईस्कूल ग्राउंड स्थित यज्ञशाला को सजाया जाएगा।उक्त कार्यक्रम में डीएसवीवी के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पांड्या का आगमन बगीचा नगर में हो रहा है।वे बगीचा में आयोजित दीप महायज्ञ में आशीर्वचन प्रदान करेंगे इसके साथ ही युवा शक्ति को एक नई दिशा देंगे।






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