जशपुर, टीम पत्रवार्ता, 06 दिसंबर 2025
कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण रोहित व्यास और कार्यपालन अधिकारी एवं उपाध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण अभिषेक कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा अनुशंसित ‘‘उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम‘‘ अंतर्गत राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर एवं भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान नई दिल्ली की पहल पर आयोजित राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन 07 दिसंबर 2025 को किया गया है। परीक्षा जिले में सुबह 10ः00 बजे से शाम 5ः00 बजे तक आयोजित होगी, जिसमे शिक्षार्थी अपनी सुविधानुसार निर्धारित समय के भीतर शामिल हो सकेंगे।
जिला परियोजना अधिकारी नरेन्द्र कुमार सिंन्हा ने बताया कि जिले में शिक्षार्थियों की सुविधा के लिए प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में 907 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। जिले से इन केन्द्रो पर उल्लास प्रवेशिका के 07 अध्याय का अध्ययन कर 200 घंटे पूर्ण कर चुके एवं वर्तमान में अध्ययनरत कुल 14200 शिक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होगें।
परीक्षा की मॉनिटरिंग के लिए जिला एवं विकास खण्ड स्तर पर अधिकारियों/कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है तथा कंन्ट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। जिले के 08 विकास खण्डों के समस्त विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा परीक्षा केन्द्रों में जोनवार प्राचार्य, संकुल शैक्षिक समन्वयक, केन्द्राध्यक्ष एवं पर्यवेक्षक सह मूल्यांकनकर्ता की नियुक्ति आदेश जारी किया गया है।
परीक्षा पूर्व जन जागरूकता एवं शिक्षार्थियों को केन्द्र तक लाने हेतु घर-घर जाकर हल्दी चावल बांटकर महापरीक्षा अभियान का न्यौता हमारे ग्राम प्रभारी एवं स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा दिया जा रहा है। साथ ही ग्राम पंचायत स्थित कोटवार से मुनादी भी करायी जा रही है। हमारे जिले के समस्त ग्राम प्रभारियों, स्वयंसेवी शिक्षकों, रोजगार सहायक एवं आंगनबाड़ी कार्यकताओं द्वारा दिवार लेखन, पोस्टर, नारा लेखन, एवं शिक्षार्थी पर्ची बांटी जा रही है शिक्षार्थी पर्ची जिसमें महापरीक्षा अभियान का दिनांक, दिन, समय, एवं केन्द्र का नाम लिखा हुआ है। इस प्रकार समस्त विकास खण्डों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर शिक्षार्थियों को न्यौतापाती किया जा रहा है साथ ही जिला परियोजना अधिकारी द्वारा परीक्षा केन्द्रों में पेयजल, बैठक व्यवस्था एवं अन्य आवश्यक सुविधाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश विकास खण्डों के समस्त विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिए गए हैं।
जिला परियोजना अधिकारी द्वारा यह भी बताया गया कि उक्त कार्यक्रम में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के ऐसे महिला, पुरूष शिक्षार्थियों को सम्मिलित किया जा रहा है, जो शिक्षा की मुख्य धारा से वंचित हैं। स्वयंसेवी शिक्षक इन शिक्षार्थियों को उल्लास प्रवेशिका के 07 अध्याय को 200 घंटे में अध्यापन करा कर पूर्ण कराते हैं। परीक्षा तीन घंटे की होगी जिसमें तीन भाग - पढ़ना, लिखना, और अंक गणित प्रत्येक भाग 50 अंकों का होगा। प्रत्येक भाग में न्यनतम 20 अंक लाने पर परीक्षार्थी उत्तीर्ण माने जाएंगे। सफल शिक्षार्थियों को एनआईओएस द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।






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