जशपुर, टीम पत्रवार्ता, 15 जुलाई 2025
ग्राम पंचायत सन्ना में पंचायत सचिव राजेन्द्र यादव पर लगे वित्तीय अनियमितता, जातिगत गाली-गलौज और पद का दुरुपयोग के आरोपों ने तूल पकड़ लिया है। सन्ना पंचायत के निर्वाचित सरपंच और पंचों ने कलेक्टर जशपुर को सामूहिक शिकायत सौंपते हुए सचिव राजेन्द्र यादव के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की थी।
क्या हैं आरोप ?
सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत शिकायत में सरपंच अरविंद कुजूर और पंचायत के पंचों ने आरोप लगाया कि सचिव राजेन्द्र यादव —
पूर्व कार्यकाल के चेक बिना पंचायत प्रस्ताव और बैठक के सीधे कटवा रहे थे।
सरपंच के नाम का सील बिना अनुमति उपयोग कर चेकों में लगाकर हस्ताक्षर का दबाव बना रहे थे।
आपत्ति करने पर पंचायत बैठक में आदिवासी सरपंच एवं पंचों के साथ जातिगत अभद्रता और धक्का-मुक्की की।
पंचायत बैठक का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर जनप्रतिनिधियों की छवि धूमिल करने की कोशिश।
सचिव संघ का नाम लेकर पंच-सरपंच को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी।
सरपंच और पंचों की मांग के बावजूद आज तक सोशल ऑडिट नहीं कराया गया।
पंचायत प्रतिनिधियों का आरोप यह योजनाबद्ध साजिश
शिकायत के अनुसार, सचिव राजेन्द्र यादव ने पंचायत बैठक के दौरान स्वयं हंगामा कर उसे रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल किया और बाद में थाने में झूठी शिकायत दर्ज करवाई। सरपंच व पंचों का कहना है कि यह सब आदिवासी जनप्रतिनिधियों को बदनाम करने और धमकाने की सुनियोजित साजिश का हिस्सा है।
जिला पंचायत की त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पंचायत सीईओ ने तुरंत संज्ञान लिया और सीईओ जनपद के पत्र पर सचिव राजेन्द्र यादव को सन्ना पंचायत से हटाकर छिछली अ पंचायत में पदस्थ कर दिया है। साथ ही गणेश यादव को सारुढाब पंचायत के साथ-साथ सन्ना पंचायत का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
सन्ना पंचायत में जनप्रतिनिधियों ने जताया संतोष
जिला पंचायत की इस कार्रवाई से सन्ना पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने राहत की सांस ली है और प्रशासन को धन्यवाद दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में पंचायत कार्य सुचारू रूप से संचालित होंगे।
टीम पत्रवार्ता | जशपुर
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