धमतरी,टीम पत्रवार्ता,18 जुलाई 2025
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के गोद लिए गाँव दुगली में आज स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। स्कूली बच्चों और पालकों ने तालाबंदी कर गाँव में रैली निकाली और नगरी-धमतरी मार्ग पर चक्काजाम कर प्रशासन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया।
करीब आधे घंटे तक चले चक्काजाम से आने-जाने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालात को देखते हुए शिक्षा विभाग, तहसील प्रशासन और पुलिस बल मौके पर पहुंचा और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। अंततः प्रशासन ने 2-3 दिनों में शिक्षकों की व्यवस्था का आश्वासन दिया, तब जाकर चक्काजाम समाप्त हुआ।
क्या है मामला
ब्रिटिश शासनकाल से संचालित आश्रम प्राथमिक शाला, दुगली में युक्तिकरण के तहत विद्यालयों का समायोजन कर दिया गया है, जिससे यहां 85 छात्र-छात्राएं, जिनमें विशेष पिछड़ी जनजाति (कमार समुदाय) के बच्चे भी शामिल हैं, अध्ययनरत हैं। लेकिन स्कूल में मात्र एकमात्र शिक्षक शशि कश्यप पदस्थ हैं, जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही थी।
गाँव के बच्चे हाथों में तख्तियां लेकर सड़कों पर उतरे और "शिक्षक दो — शिक्षा दो" के नारे लगाते हुए प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। पालकों ने भी स्कूल में शिक्षक नियुक्ति की माँग को लेकर तीखी नाराजगी जताई और चेतावनी दी कि जब तक स्कूल में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं होगी, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रशासन के दावे
शिक्षा विभाग अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि 2-3 दिनों में शिक्षक भेज दिए जाएंगे।
बच्चों की चिंता जायज
स्कूल खुले एक महीने से अधिक हो चुके हैं, लेकिन दुगली ही नहीं, कई अन्य स्कूलों में भी शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बच्चों और पालकों की यह आवाज शिक्षकों की व्यवस्था को लेकर सरकारी दावों की पोल खोलती नजर आई।
फिलहाल ग्रामीणों का आंदोलन शांत, लेकिन चेतावनी बरकरार — शिक्षक नहीं मिले तो फिर होगा आंदोलन।
।। टीम पत्रवार्ता।।
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