जशपुर,टीम पत्रवार्ता,23 अप्रैल 2025
शासकीय कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती रोज लिली बड़ा और उनके सहयोगी सहायक प्रोफेसर रमेश खैरवार पर अतिथि व्याख्याता सुश्री गरिमा लकड़ा ने शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है।वहीं असिस्टेंट स्पोर्ट्स ऑफिसर उर्मिला देवी लहरे ने मानसिक उत्पीड़न और वेतन कटौती का गंभीर आरोप लगाया है।।मामले की शिकायत सीएम कार्यालय समेत उच्च शिक्षा विभाग में करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।
मामला है शासकीय लरंग साय पीजी कॉलेज,रामानुजगंज, बलरामपुर का जहां पदस्थ अतिथि व्याख्याता ने महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या समेत सहायक प्रोफेसर पर मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है।मुख्यमंत्री समेत उच्च शिक्षा विभाग के सचिव से किए गए शिकायत पत्र में उल्लेख है कि जब से श्रीमती रोज़ लिली बड़ा ने प्राचार्य का पदभार ग्रहण किया है वो अपने सहयोगी सहायक प्रोफेसर रमेश खैरवार के साथ मिलकर मुझे रोज़ शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही हैं।
निजी मामलों पर भद्दी टिप्पणी
अतिथि व्याख्याता ने बताया है कि प्रभारी प्राचार्य अक्सर उनकी शारीरिक बनावट और कपड़ों पर भद्दे टिप्पणी करती हैं और उनका नाम किसी दूसरे व्यक्ति के नाम के साथ जोड़कर समाज में उनके चरित्र और सम्मान की बदनामी करती है। ।जिससे कॉलेज और समाज में उनकी गरिमा और सम्मान पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
साफ शब्दों में प्रार्थिया ने लिखा है जो मेरे मौलिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है और भारतीय न्याय संहिता, 2023 और POSH अधिनियम के तहत एक गंभीर अपराध है भी है।
प्रभारी प्राचार्या और उसके सहयोगी वेतन के लिए रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के समय उसे परेशान व अपमानित करने के लिये अवैध कटौती और अनावश्यक पूछताछ करके परेशान करते हैं। जबकि अन्य लोगों से बिना कुछ पुछे हस्ताक्षर कर देते हैं। वो लोग केवल उन्हें ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिये उनके साथ ही हमेशा पक्षपात करते हैं।
हमेशा नीचा दिखाने की कोशिश
छोटी छोटी बातों पर प्रभारी प्राचार्या प्रार्थिया को हमेशा नीचा दिखाने की कोशिश करती हैं।वे व्यक्तिगत आधार पर निशाना बनाती हैं वहीं कभी किसी भी बात का सीधे तरीके से जवाब नहीं देती।
नौकरों की तरह बर्ताव
शिकायत आवेदन में पीड़ित अतिथि व्याख्याता ने बताया है कि प्रभारी प्राचार्या हमेशा उनके साथ अपने खुद के व्यक्तिगत नौकरों की तरह व्यवहार करती हैं।और जब वे उनके इस व्यवहार का विरोध करती हैं तो उनको परिणाम भुगतने की धमकी दी जाती है।इन्ही सब के चलते 08.04.2025 को उन्होंने बिना उचित कारण बताए और बिना किसी पूर्व नोटिस के उनके केबिन को जबरदस्ती खाली कराने की कोशिश की और परिचारकों को बोलकर उनके सामान और किताबें फेंकवाना शुरू कर दिया।
परिणाम भुगतने की धमकी
इस व्यवहार का जब पीड़िता ने कारण जानने का प्रयास किया तो उसपर ही सबके सामने चिल्लाने लगी और उल्टे सीधा बोलने लगी और परिणाम भुगतने की धमकी देने लगी । बोलने लगी की तुम्हारा रिकार्ड खराब कर दूँगी।कहीं पढ़ाने लायक नहीं छोड़ेंगी और तुम्हें जेल भिजवा दूंगी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाते हुए प्रार्थिया ने इसे मौलिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन बताया है।लगातार प्रताड़ित किए जाने से मैं अत्यधिक मानसिक और शारीरिक तनाव और अपूरणीय दुखों से गुजर रही हूँ।महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य द्वारा लगातार षडयंत्र भी रचा जा रहा है।उक्त मामले में प्रार्थिया ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
माननीय मुख्यमंत्री जी मैं आपसे विनम्र निवेदन करती हूं कि कृपया मेरी भलाई के लिए उचित तात्कालिक कार्रवाई करें, अन्यथा प्रार्थिनी को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के कारण अपूरणीय क्षति सहना पड़ेगा। आपकी शीघ्र कार्रवाई के लिए मैं आपका अत्यंत आभारी रहूंगी।
शासकीय कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती रोज लिली ने उनपर लगे सारे आरोपों को निराधार बताते हुए इसका खंडन किया है।उन्होंने कहा कि सभी महाविद्यालय के स्टाफ एवं बच्चे भी सभी आरोपों को गलत बता रहे हैं।
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