... खबर पत्रवार्ता : नगर पालिका की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में,भड़के उपाध्यक्ष और पार्षद,तीन महीने में न परिषद की बैठक हुई न जनप्रतिनिधियों को मिली सूचना,टेंडर प्रक्रिया की पारदर्शिता पर उठने लगे सवाल।


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खबर पत्रवार्ता : नगर पालिका की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में,भड़के उपाध्यक्ष और पार्षद,तीन महीने में न परिषद की बैठक हुई न जनप्रतिनिधियों को मिली सूचना,टेंडर प्रक्रिया की पारदर्शिता पर उठने लगे सवाल।

जशपुर,टीम पत्रवार्ता,11 अप्रैल 2025

नगर पालिका जशपुर में लगातार जनप्रतिनिधियों के साथ आधिकारिक विवाद गहराता जा रहा है।दरअसल जनप्रतिनिधि अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।तीन माह के कार्यकाल में अब तक परिषद की बैठक नहीं हुई वहीं आज विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए आमंत्रित निविदा खोले जाने की सूचना पार्षदों को नहीं मिली जिसको लेकर नया बखेड़ा शुरु हो गया है।

हालांकि अधिकारियों का कहना है कि व्हाट्सअप पर सूचना भेजी गई है जिसे जनप्रतिनिधि महज औपचारिकता बता रहे हैं।उल्लेखनीय है कि करोड़ों के निर्माण कार्य के लिए मार्च में टेंडर आमंत्रित किया गया था जिसे आज काफी जद्दोजहद के बाद खोला जा रहा है।

इसकी खबर जब उपाध्यक्ष यश प्रताप जूदेव को मिली तो उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमओ को निर्देशित किया कि नगर पालिका की सारी प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न की जाए।

उल्लेखनीय है कि नगर पालिका जशपुर में निकाय चुनाव के बाद से ही नवनिर्वाचित पार्षद हाशिए पर हैं जिन्हें कोई जानकारी नहीं है।वहीं नगर पालिका उपाध्यक्ष यश प्रताप जूदेव भी पालिका की कार्यप्रणाली से काफी रूष्ट हैं।

उन्होंने कहा है कि नगर पालिका की छवि स्पष्ट और पारदर्शी होनी चाहिए।नगर पालिका अध्यक्ष से उन्होंने निवेदन किया है कि यथाशीघ्र परिषद की बैठक आमंत्रित कर सभी कार्यों को व्यवस्थित करें।

बहरहाल प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी के स्पष्ट निर्देश के बावजूद जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से आधिकारिक व्यवस्था सवालों के घेरे में है जिसे दुरुस्त करने की आवश्यकता है।

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