... साहित्य : संवेदना व राष्ट्रीय कवि संगम ने किया काव्य संध्या का आयोजन,जशपुर ने साहित्य के क्षेत्र में बनाया नया मुकाम,कवियत्री शुभा मिश्रा की काव्य श्रृंखला "मन्नतों के धागे" का हुआ विमोचन,मजदूरों के साथ महिला स्वच्छता समूहों का किया गया सम्मान।

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साहित्य : संवेदना व राष्ट्रीय कवि संगम ने किया काव्य संध्या का आयोजन,जशपुर ने साहित्य के क्षेत्र में बनाया नया मुकाम,कवियत्री शुभा मिश्रा की काव्य श्रृंखला "मन्नतों के धागे" का हुआ विमोचन,मजदूरों के साथ महिला स्वच्छता समूहों का किया गया सम्मान।

जशपुर,टीम पत्रवार्ता,03 मई 2022 

BY योगेश थवाईत 

जशपुर की राष्ट्रीय  कवि संगम इकाई व संवेदना समूह के द्वारा जशपुर एनईएस कॉलेज के सभागार में काव्य संध्या का आयोजन किया गया।जिसमें जशपुर जिले के कवियों ने अपने काव्य पाठ की प्रस्तुति से माहौल को खुशनुमा  बना दिया।उक्त अवसर पर  जशपुर की प्रसिद्द कवियित्री शुभा मिश्रा द्वारा रचित काव्य श्रृंखला "मन्नतों के धागे" का विमोचन भी किया गया।

काव्य पाठ वीडियो

 

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कवि संगम इकाई जशपुर द्वारा सतत साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है।इसी तारतम्य में अंतर्राष्ट्रीय  मजदुर दिवस के उपलक्ष्य में काव्य संध्या का आयोजन  किया  गया।उक्त आयोजन  में जशपुर की सामाजिक संस्था संवेदना एक सार्थक पहल ने विशेष योगदान दिया

कार्यक्रम की शुरुआत डीएफओ जशपुर जितेन्द्र उपाध्याय,प्राचार्य एनईएस कॉलेज डॉ विजय रक्षित व राजपुरोहित विनोद मिश्रा ने माँ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया।राष्ट्रीय कवि संगम इकाई जशपुर पुष्पेंद्र शुक्ला व संवेदना के अध्यक्ष संजय पाठक ने कार्यक्रम की सम्पूर्ण व्यवस्था में सहयोग कियाविभावती रजक ने सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की

एनईएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित ने अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर आयोजित काव्य संगोष्ठी में अपनी बात रखते हुए कहा कि झाड़ू उठाके फ़ोटो खिंचवाना और स्टेटस में डालना आज सम्मान की बात है।यह काम वे तब से कर रहे हैं जब वे एनएसएस के प्रभारी थे।आज यह देखकर उन्हें ख़ुशी होती है कि इस कार्य की शुरुआत उन्होंने 20 साल पहले की थी

जशपुर जिले की कवियित्री शुभा मिश्रा ने काव्य श्रृंखला मन्नतों के धागे पर प्रकाश डालाउन्होंने कहा कि स्वर्गीय विश्वबंधु शर्मा का सपना था कि इस काव्य श्रृंखला का प्रकाशन हो,आज यह सपना तो साकार हो गया पर विश्वबंधु की कमी हम सबको हमेशा रहेगी 

कवियित्री अनिता गुप्ता ने मजदूरों की जिंदगी पर प्रकाश डालते हुए  काव्य पाठ किया जिसमें उन्होंने मजदूरों की विवशता को एक धागे में पिरोते हुए सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का सन्देश दिया।इसी क्रम में कवि व गजल के फनकार मनव्वर अशरफी,सरस्वती चौहान,मिलन मलहरिया,राजेश जैन,जगवंदन यादव,मो वसीम,नीलकमल यादव समेत अन्य ने अपनी रचनाओं से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।युवा फनकार मनव्वर अशरफी व साहित्यिक रचना के पुरोधा जगवंदन यादव ने मंच का संचालन किया

जिला सीईओ ने कवियों को सराहा 

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप  में उपस्थित जिला पंचायत सीईओ केएस मंडावी ने कहा कि जीवन में बाहरी दिखावे के लिए हर कोई श्रृंगार करता है वहीँ व्यक्ति अपनी आंतरिक प्रगति के लिए कोई प्रयास नहीं करता।साहित्यिक मंच का आभार प्रकट  करते  हुए उन्होंने सभी कवियों की सराहना की।उन्होंने कहा कि जीवन में अंतर्मन का द्वन्द जब शुरु  होता है तो प्रेम]स्नेह,व्यथा,संवेदना शब्द बनकर काव्य पाठ का हिस्सा बनते हैं जो समाज को जगाने का कार्य करते हैं।इस अवसर पर जिले में स्वच्छता की दिशा में कार्य करने वाले सरपंच व स्वच्छता समूह की महिलाओं व मजदूरों को प्रशस्ति पत्र  व् मोमेंटो  देकर सम्मानित किया गया

देखिये वीडियो 

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