... दूसरी बड़ी लापरवाही : जिला अस्पताल में ब्लड टेस्टिंग किट खत्म, बड़ी अव्यवस्था उजागर, ब्लड टेस्ट किट के अभाव में गंभीर मरीजों को नहीं चढ़ाया जा रहा ब्लड,आपातकाल के लिए भी नहीं है व्यवस्था,करोड़ों के भ्रष्टाचार में लिप्त दोषी डॉ अब भी भंडार शाखा के प्रभार में ,बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लगाया अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप....? देखिए VIDEO

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दूसरी बड़ी लापरवाही : जिला अस्पताल में ब्लड टेस्टिंग किट खत्म, बड़ी अव्यवस्था उजागर, ब्लड टेस्ट किट के अभाव में गंभीर मरीजों को नहीं चढ़ाया जा रहा ब्लड,आपातकाल के लिए भी नहीं है व्यवस्था,करोड़ों के भ्रष्टाचार में लिप्त दोषी डॉ अब भी भंडार शाखा के प्रभार में ,बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लगाया अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप....? देखिए VIDEO

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,20 अगस्त 2021

BY योगेश थवाईत

जशपुर के जिला अस्पताल में जिनपर करोड़ों के भ्रष्टाचार मामले में दोष सिद्ध होने के बाद कार्यवाही लंबित है।ऐसे चिकित्सक को अब तक स्टोर प्रभारी के पद पर बैठाकर रखा जाना सुव्यवस्थित प्रशासन के लिए कई सवाल खड़े करने वाला है।दरअसल जिला अस्पताल में ब्लड टेस्टिंग किट खत्म होने के 16 दिनों बाद भी अस्पताल में टेस्टिंग किट की आपूर्ति नहीं होने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए संबंधित पर कार्यवाही की मांग की है।आपको बता दें कि डॉ उषा प्रेमा लकड़ा को फिर से भंडार शाखा का प्रभार दे दिया गया है जिनके पूर्व कार्यकाल में करोड़ों का भ्रष्टाचार हो चुका है।संबंधित को पुनः पद में बैठाकर जिला अस्पताल प्रबंधन अपनी फजीहत करा रहा है।

जशपुर के जिला चिकित्सालय में फिर से एक बड़ी अव्यवस्था सामने आई है जहां ब्लड टेस्ट किट के अभाव में गंभीर मरीजों को ब्लड चढ़ाना मुश्किल हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक समस्या को लेकर भाजयुमो के द्वारा जमकर हंगामा भी किया गया है।उन्होंने सीधे सिविल सर्जन से सवाल करते हुए प्रशासनिक कसावट की मांग की।

जानकारी के मुताबिक ब्लड चढ़ाने से पहले आवश्यक जांच की जाती है जिसके लिए महत्वपूर्ण किट अस्पताल में उपलब्ध नहीं है और यही वजह है कि जिला चिकित्सालय में गंभीर मरीज को ब्लड नहीं चढ़ाया जा रहा है।

जानकारी मिलने पर अस्पताल के अधिकारी ब्लड बैंक के पास पहुंच गए और स्थिति पर नियंत्रण लाने की कोशिश करते नजर आए।अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए व्यवस्था की जा रही है और कुछ कार्यालयीन प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाने के कारण यह व्यवस्था नहीं हो पाई। बहरहाल यह व्यवस्था की जा रही है कि वर्तमान में भर्ती मरीजों को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।

सिविल सर्जन आरएन केरकेट्टा ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित कर रहे हैं और आवश्यक कीट कल उपलब्ध हो जाएगा जिसके बाद मरीजों को ब्लड चढ़ाया जा सकेगा। 

क्या है मामला

जिला अस्पताल में ग्राम बगिया से एक मरीज धरम राम उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती है,जिसे चिकित्सकों ने 3 यूनिट ब्लड की आवश्यकता बता तत्काल ब्लड अरेंज करने कहा।मरीजों ने आनन फानन में ब्लड की व्यवस्था के लिए मशक्कत शुरू कर दी।तभी वे ब्लड बैंक पहुंचे जहां उन्हें ब्लड की मात्रा स्टॉक में नहीं होने का जानकारी मिली।जिसके बाद वे अपने परिचितों को दूरभाष से जानकारी देकर अस्पताल ब्लड डोनेट के लिए बुलाए।

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लेकिन अस्पताल के ब्लड बैंक में न तो डोनर के ब्लड सैंपल के लिए टेस्टिंग कीट मिला और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था नजर आई।जिससे मरीज के परिजन परेशान हो गए और मामले की गंभीरता को देखते हुवे इमरजेंसी सहयोग हेतु मीडिया सहित स्वास्थ से जुड़े अन्य लोगों को दूरभाष से संपर्क किए।जिसके बाद सीएमओ पी सुथार ने अस्पताल में सिविल सर्जन श्री केरकेट्टा को मौके पर भेजा,जहां कीट के अभाव में नाराज परिजनों व भाजयुमो कार्यकर्ताओं को सिविल सर्जन ने कल किट के व्यवस्था की बात कही।

सिविल सर्जन श्री केरकेट्टा ने बताया कि अस्पताल में टेस्टिंग कीट खत्म हो गया है,जिला अस्पताल से ही कीट खरीदी रायपुर के एक सप्लायर से कोटेशन के आधार पर किया गया है,लेकिन सप्लायर की लापरवासी से 1 सप्ताह गुजर जाने के बावजूद कीट अभी तक अस्पताल नहीं पहुंच सका।उम्मीद किया जा रहा है कल कीट अस्पताल आ जायेगा।जिसके बाद मरीज के डोनर का ब्लड सैंपल टेस्ट कर मरीज को ब्लड चढ़ाया जाएगा।

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