जशपुर,टीम पत्रवार्ता,19 अगस्त 2021
By योगेश थवाईत
जशपुर जिले की बगीचा पुलिस ने मानवता की ऐसी मिसाल पेश की है कि आप भी जानकार कहेंगे शाबाश जशपुर पुलिस।दरअसल बुधवार को एक महिला एक बच्चे के साथ बगीचा बस स्टैंड के पास बैठी हुई थी।साथ में चार साल का बच्चा भीगा हुआ था जो ठण्ड से काँप रहा था और लगातार उसकी तबियत खराब होती जा रही थी।बच्चे के साथ जो महिला थी वह अर्ध विक्षिप्त अवस्था में थी किसी को अपने पास आने नहीं दे रही थी।
शाम को बगीचा पुलिस को सुचना मिली कि स्थानीय बस स्टैंड में कोई महिला बच्चे के साथ लावारिस हालत में हैं।बगीचा पुलिस ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए तत्काल मानवता का परिचय दिया।थाना प्रभारी एसआर भगत के निर्देश पर तत्काल प्रधान आरक्षक प्रधान आरक्षक रामानुजम पाण्डेय ,मिथलेश यादव,आरक्षक मुकेश पाण्डेय ,महिला आरक्षक सुनीता केसरी, सैनिक कृष्णा व गजानन्द गुप्ता मौके पर पंहुचे।
यहां पुछताछ करने पर पता चला कि महिला अर्धविक्षिप्त है।जो बासेन की रहने वाली है।महिला अपनी नतनी के साथ बगीचा बस स्टैंड में सुबह से बैठी हुई थी।बच्ची का तबियत बेहद खराब थी और वह तड़प रही थी।न तो महिला घर जाने के लिए राजी थी न अस्पताल।पुलिस स्टाफ के लाख समझाईश के बाद भी महिला जाने के लिए तैयार नहीं हुई।
ऐसी परिस्थिति में बगीचा पुलिस ने धैर्यता का परिचय दिया और पहले बच्चे के गीले कपड़े को बदलवाकर उसे नए कपड़े व स्वेटर पहनाए और महिला को चप्पल पहनाया गया।
पुलिस ने बासेन संपर्क कर उसके परिजनों को बुलाया।टैब उन्होंने बताया कि बच्चे की मां नहीं है और पिता भी असहाय हैं।परिजनों के आने के बाद महिला और उसकी नातिन को अस्पताल ले जाया गया जहां बच्चे के ईलाज के बाद बगीचा पुलिस ने उन्हें घर भेजा।
पुलिस की मानवीय तत्परता को देखते हुए नगर के व्यापारियों ने भी खुलकर सहयोग किया।उल्लेखनीय है कि जिले के एसपी विजय अग्रवाल ने बेहतर पुलिसिंग के लिए सेवा भावना को हमेशा प्राथमिकता देने की बात कही है।यहां जिले की बगीचा पुलिस ने महिला व बीमार बच्चे की सेवा कर मानवता का परिचय देते हुए अनुकरणीय पहल की है जिसकी खूब प्रशंसा हो रही है।
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