जशपुर,टीम पत्रवार्ता,26 अगस्त 2021
BY योगेश थवाईत
समुचित व्यवस्थाओं के साथ गायनिकोलॉजिस्ट डॉ.जयंत भगत को पुनःबगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ करने की मांग को लेकर नगर पंचायत बगीचा की वार्ड पार्षद व समाजसेवी गीता सिन्हा एक्शन मोड में आ गई हैं।उन्होंने जिला प्रशासन से निवेदन करते हुए कहा है कि तत्काल ऐसे प्रतिभावान चिकित्सक को बगीचा अस्पताल भेजें उनकी पदस्थापना यहाँ है और क्षेत्र की जनता को उनकी नितांत आवश्यकता है।डॉ भगत को वापस नहीं भेजे जाने पर उन्होंने धरना प्रदर्शन की अनुमति के लिए एसडीएम बगीचा को पत्र लिखा है।
उल्लेखनीय है कि जशपुर जिले के बगीचा में पदस्थ डॉ जयंत भगत बगीचा में पदस्थ थे जो पीजी की पढ़ाई पुरी कर वापस बगीचा आने के बाद यहाँ के अस्पताल में बतौर गायनिकोलॉजिस्ट अपनी ड्यूटी करने लगे।इस दौरान उनके आबंटित आवास में फ्रेश एमबीबीएस डॉ अंकिता नेहा मिंज नियम विरूद्ध निवास कर रही है जिसके कारण बगीचा आने के बाद उन्हें आवास से वंचित रहना पड़ा और अपमानित होना पड़ा। इधर जिला प्रशासन ने उनको जिला अस्पताल में पदस्थ कर दिया जिससे क्षेत्र की जनता आक्रोशित है।
पार्षद व समाजसेवी गीता सिन्हा ने बताया कि पिछले दिनों बगीचा स्वास्थ्य केंद्र में ओटी व वेंटिलेटर के लिए प्रभारी मंत्री ने घोषणा की थी जिसके अनुसार अग्रिम कार्यवाही लंबित है जिसके लिए प्रशासन को प्रयास कर तत्काल इस व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए स्त्री रोग विशेषग्य को तत्काल यहाँ भेजना चाहिए।
स्त्री रोग विशेषग्य डॉ जयंत भगत को बगीचा से हटाकर जशपुर पदस्थ करना क्षेत्र की जनता के साथ छलावा है।जिससे बगीचा सीएचसी में संस्थागत प्रसव के मामलों में कमी आने के साथ गायनिकोलॉजिस्ट का लाभ यहां की जनता को नहीं मिल पा रहा है।चूंकि बगीचा सबसे ब़डा विकासखण्ड है गायनिकोलॉजिस्ट के अभाव में यहां से प्रसव के मामले अधिकतर अम्बिकापुर रिफर किए जाते हैं।ऐसे विशेषज्ञ चिकित्सक का लाभ न लेते हुए उन्हें जशपुर पदस्थ करना क्षेत्र की जनता के साथ छल है।
संस्थागत प्रसव के मामलों में कमी के साथ क्षेत्र की जनता की मांग को देखते हुए यहां गायनिकोलॉजिस्ट डॉ जयंत भगत की नितांत आवश्यकता है।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बगीचा में आपरेशन थिएटर,एनस्थिसीया स्पेशलिस्ट व आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ उन्हें बगीचा अपने मूल पदस्थापना में वापस लाने की मांग पार्षद गीता सिन्हा ने की है।
जनता की मांग है कि उनके यहां आने से बगीचा क्षेत्र की जनता को प्रसवगत समस्या को लेकर बाहर जाना नहीं पड़ेगा और संस्थागत प्रसव में वृद्धि होगी।तत्काल उक्त सुविधाओं के साथ डॉ जयंत को बगीचा नहीं भेजे जाने पर आगामी 1 सितम्बर से अपनी मांगो को लेकर समाजसेवी गीता सिन्हा ने धरना प्रदर्शन की बात कही है जिसकी समस्त जवाबदेही प्रशासन की होगी।
मामले में सीएमएचओ डॉ पी सुथार ने बताया कि पीजी कोर्स के बाद एक साल का समय जिला चिकित्सालय में देना होता है उसी व्यवस्था के तहत डॉ जयंत को जशपुर में पदस्थ किया गया है।ओटी व अन्य आवश्यक व्यस्थाओं के बाद उन्हें बगीचा भेज दिया जाएगा।
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