जशपुर,टीम पत्रवार्ता,29 जुलाई 2021
BY योगेश थवाईत
कांसाबेल के टांगरगाँव में जैसे जैसे जनसुनवाई की तरीख पास आती जा रही है वैसे ही प्रशासन की मुश्किलें बढती नजर आ रही है।कुदरगढ़ी कम्पनी,प्रशासन व ग्रामीणों के बीच अब टकराहट की स्थिति निर्मित हो रही है।आज बगीचा SDM आकांक्षा त्रिपाठी,SDOP मनीष कुंवर,समेत अन्य प्रशासनिक अमले के साथ ग्रामीणों से बातचीत करने टांगरगाँव पंहुची जहाँ उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा।यहाँ शांतिपूर्ण माहौल में ग्रामीणों से बातचीत के दौरान ग्रामीण जमकर नारेबाजी करने लगे।जिसके बाद SDM वहां से वापस हो गईं।
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उल्लेखनीय है कि आगामी 4 अगस्त को कुदरगढ़ी स्टील प्लांट के लिए जनसुनवाई की तिथि नियत की गई है।जिसका जिम्मा जिला प्रशासन का है। लगातार उठते विरोध के मद्देनजर ग्रामीणों से बातचीत करने बगीचा SDM टांगरगाँव पंहुचीं जहाँ उनके साथ पुलिस प्रशासन मौजूद था।यहाँ ग्रामीणों से जनसुनवाई के लिए मान मनौव्वल का दौर चल ही रहा था कि यहाँ उपस्थित जन समूह ने नारेबाजी शुरू कर दी।SDM ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि उनकी जो भी मांग है उसके लिए वे कलेक्टर को ज्ञापन दें।पर्यावरण विभाग द्वारा जनसुनवाई रखी गई है जिसे निरस्त करना उनके हाथ में नहीं है।हांलाकि ग्रामीण उनकी कोई भी बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे उनका कहना बस इतना ही है जब स्टील प्लांट ही नहीं चाहिए तो फिर जनसुनवाई क्यों करें ...?
यहाँ उपस्थित वृद्ध महिला ने SDM को समझाते हुए जो कहा वो देखकर आप भी दंग रह जाएंगे
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ग्रामीण लगातार स्टील प्लांट का विरोध कर रहे हैं।मामला हाईकोर्ट पंहुच चुका है।जनजातीय सुरक्षा मंच, भाजपा,कांग्रेस विधायक समेत अन्य संगठन स्टील प्लांट के विरोध में मुखर होकर लगातार विरोध कर रहे हैं वहीँ ग्रामीण और कम्पनी अब आमने सामने आ गए हैं इसके बावजूद प्रशासन नियमों के तहत जनसुनवाई की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है।
अब देखना होगा कि प्रशासन ग्रामीणों के विरोध के बावजूद जनसुनवाई करती है या इस जनसुनवाई को रद्द करने की दिशा में कुछ कठोर कदम उठाती है।फिलहाल टांगरगाँव व आसपास के ग्रामीण लगातार लौह उद्योग का विरोध कर प्रदर्शन कर रहे हैं।वहीँ लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है।हांलाकि पुलिस ने भी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया कि यह जनसुनवाई शासन की ओर से है जिसमें आप अपनी बात रख सकते हैं आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।पर ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं उन्हें किसी भी हाल में जनसुनवाई ही नहीं चाहिए।
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