जशपुर,टीम पत्रवार्ता
BY योगेश थवाईत
आपको जानकर हैरानी होगी जशपुर जिले के बगीचा थाने के इस आरक्षक के बारे में.....यह सच है या संयोग ..? जब भी इस आरक्षक के द्वारा कोई गुमइंसान की रिपोर्ट दर्ज की जाती है तो लापता इंसान तत्काल मिल जाता है।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से कुछ इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।जिसमें गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी के साथ ही लापता इंसान की खबर तत्काल पुलिस को मिल जाती है और रिपोर्ट करने वाले परिजन खुश होकर बगीचा थाने से वापस जाते हैं।खास बात यह कि ऐसा तब होता है जब इस आरक्षक के द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की जाती है।
एक मामले में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने बग़ीचा थाना पंहुचे परिजनों ने बताया कि उनकी मुलाकात जशपुर जिले के बगीचा थाने में पदस्थ आरक्षक 346 जितेंद्र भगत से हुई ।परिजनों के रिपोर्ट लिखाने के साथ ही उनके लापता पिता के मिलने की सूचना आ गई।तब आरक्षक में बताया कि उनके द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखने का यह छठवां मामला है जिसमें रिपोर्ट दर्ज होने के साथ तत्काल गुम इंसान मिल गए हैं।
आरक्षक जितेंद्र भगत इसे संयोग बताते हैं।उनका कहना है वे पूरी जिम्मेदारी से रिपोर्ट दर्ज कर पतासाजी का प्रयास करते हैं।लेकीन उनके द्वारा दर्ज किए गए अधिकतर मामलों में तत्काल गुमशुदा व्यक्ति मिल जाते हैं।बगीचा पुलिस के इस आरक्षक को ऐसे परिजन खूब दुआ देकर जाते हैं।
वहीं आरक्षक का कहना है कि सेवा ही उनका कर्तव्य है जिसे करने की वे पूरी कोशिश करते हैं।हांलाकि हर मामले में गुमशुदगी की रिपोर्ट वे दर्ज नहीं करते पर ड्यूटी के दौरान उनके द्वारा जो भी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी जाती है अधिकतर मामलों में तत्काल परिजनों के मिलने की खबर आ ही जाती है।
कुछ मामले उनके जेहन में थे जिसमें रिपोर्ट लिखते के साथ परिजन मिल गए जिसमें पूर्व में गुमशुदा हुए गोपाल मिंज नकबार पंडरीपानी,महेंद्र यादव सुतरी,सेवरी प्रजापति महुआडीह समेत अन्य शामिल हैं।
मामले में थाना प्रभारी भास्कर शर्मा ने पत्रवार्ता को बताया कि इसे महज संयोग ही कहा जा सकता है।बगीचा पुलिस का पूरी जिम्मेदारी से हर मामले को गंभीरता से लेकर उसपर कार्य करने का प्रयास होता है।अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहना ही हर पुलिस कर्मचारी का कर्तव्य है।
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