जशपुर(पत्रवार्ता.कॉम) जिले में इन दिनों पेंशन हितग्राहियों के लगभग 10 हजार से अधिक खातों में होल्ड लगा हुआ है जिससे हितग्राही खासे परेशान हैं।
विकास की असली हकीकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हजारों पेंशन हितग्राही आज के इस आधुनिकतम दौर में पंहुच विहीन गांव से मुख्यालयों तक सफर तय करने के बाद भी अपना मासिक पेंशन प्राप्त करने में असफल हो रहे हैं।
दरअसल बैंकों की मनमानी और सुदूर इलाकों में राष्ट्रीयकृत बैंक न होने के कारण पेंशनधारी ऐसी परेशानी झेलने को विवश हैं।जिले में लगभग 10 हजार से अधिक पेंशन खातों में होल्ड लगा हुआ है जिसमें पैन कार्ड व अन्य दस्तावेज की अनिवार्यता से हितग्राही पेंशन नहीं ले पा रहे।
खातों में होल्ड के अलावा पेंशन हितग्राहियों की परेशानी और भी है बगीचा समेत पाठ इलाकों में यातायात की सुविधा न होने के कारण 30 से 40 किलोमीटर का सफर तय कर हितग्राही बगीचा बैंक आते हैं जहाँ आये दिन लिंक फेल की समस्या के साथ बैंक अधिकारियों के मनमाने रवैया का शिकार हितग्राही होते नजर आते हैं।
उम्र के अंतिम पड़ाव में जिस सम्मानजनक जिंदगी के लिए सरकार ने पेंशन योजना लागू की है उसी पेंशन को पाने के लिए हितग्राही को अपने सम्मान स्वाभिमान को दांव पर लगाना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि सीएम के बगीचा दौरे से एक बार पेंशन हितग्राहियों को आस जगी है कि "रमन राज" में उनकी समस्या का समाधान होगा और विकास की असली हकीकत का लाभ ग्रामीणों तक पंहुचेगा।
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