जशपुर/ बगीचा, टीम पत्रवार्ता,02 दिसंबर 2025
अखिल विश्व गायत्री परिवार शाखा बगीचा के द्वारा नगरवासियों के सहयोग से 108 कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ का भव्य आयोजन बगीचा नगर में 10 से 13 दिसम्बर 2025 तक किया जा रहा है। चार दिवसीय यज्ञीय अनुष्ठान की तैयारियाँ युद्धस्तर पर जारी हैं। समयदानी एवं श्रमदानी कार्यकर्ताओं के सहयोग से यज्ञशाला निर्माण, मंच व्यवस्था, आवास–व्यवस्था और कलश यात्रा मार्ग निर्माण आदि कार्य सतत किए जा रहे हैं। नगर की दीवारों पर पूज्य गुरुदेव के साहित्य और सद्विचारों के भित्ति लेखन से आध्यात्मिक वातावरण निर्मित हो गया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2026 में शांतिकुंज हरिद्वार में प्रज्वलित अखंड दीप के सौ वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं तथा इसी कालखण्ड में वंदनीया माताजी की जन्मशताब्दी का पावन अवसर है। इसी शताब्दी सूयोग के अंतर्गत बगीचा नगर को 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।कार्यक्रम हाई स्कूल के पास दशहरा ग्राउंड बगीचा में आयोजित होगा। आयोजन के दौरान देव संस्कृति विश्वविद्यालय (देसंविवि) हरिद्वार के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या बगीचा पहुंचकर साधक–समाज को मार्गदर्शन देंगे।
भारतीय संस्कृति की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र
इस कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करती भव्य प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें अखिल विश्व गायत्री परिवार के विराट उद्देश्य — शिक्षा, साधना, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, नारी जागरण, पर्यावरण संरक्षण, व्यसन मुक्ति और कुरीति उन्मूलन पर आधारित विविध विषयों को दर्शाया जाएगा। आयोजन समिति का कहना है कि प्रदर्शनी बच्चों, युवाओं और परिवार के सभी सदस्यों के लिए अत्यंत प्रेरक होगी, इसलिए सभी परिवारों को इसमें सम्मिलित होने की विशेष अपील की गई है।
आयोजकों के अनुसार यह महायज्ञ प्राणीमात्र के कल्याण, सुख-शांति, समृद्धि, सत्प्रवृत्ति संवर्धन एवं दुष्प्रवृत्ति उन्मूलन के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। यज्ञ के माध्यम से राष्ट्र जागरण, सामाजिक समरसता, संस्कारवर्धन और आध्यात्मिक चेतनाजागरण की दिशा में यह महाअभियान प्रभावी भूमिका निभाएगा।
चार दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत 10 दिसम्बर, बुधवार को प्रातः 11 बजे भव्य कलश यात्रा से होगी। इसके पश्चात प्रतिदिन प्रातः प्रज्ञायोग–ध्यान, सामूहिक जप-साधना, देवपूजन और गायत्री महायज्ञ तथा सायंकाल युग संगीत, प्रवचन और सांस्कृतिक संध्या होगी। अंतिम दिवस 13 दिसम्बर, शनिवार को गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति, विसर्जन एवं टोली विदाई के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा।
विशेष आकर्षण यह है कि आयोजन अवधि में पुंसवन, नामकरण, अन्नप्राशन, मुण्डन, शिखा स्थापना, विद्यारंभ, दीक्षा, जनेऊ, विवाह एवं वानप्रस्थ सहित सभी वैदिक संस्कार निःशुल्क सम्पन्न कराए जाएंगे। समिति ने इच्छुक परिवारों से समय रहते पंजीयन कराने की अपील की है।
गायत्री परिवार, प्रज्ञापीठ बगीचा ने समस्त क्षेत्रवासियों से विनम्र आग्रह किया है कि वे भारतीय वेशभूषा में सपरिवार उपस्थित होकर इस दिव्य महायज्ञ में सम्मिलित हों एवं दैवीय अनुग्रह और पुण्य लाभ के सहभागी बनें।
अधिक जानकारी एवं पंजीयन हेतु संपर्क नम्बर जारी किया गया है।
6266191900, 9424187721, 7000026456, 7000854636,
9827478882, 6266684183, 8770226649, 8305728477






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