... विडंबना-स्वास्थ्य सेवा के अभाव में दम तोड़ता पहाड़ी कोरवा,कभी स्व दिलीप सिंह जूदेव के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते थे,अब नहीं मिल पा रहा मुकम्मल इलाज

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विडंबना-स्वास्थ्य सेवा के अभाव में दम तोड़ता पहाड़ी कोरवा,कभी स्व दिलीप सिंह जूदेव के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते थे,अब नहीं मिल पा रहा मुकम्मल इलाज

जशपुर(पत्रवार्ता.कॉम)जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की खबरें हमेशा सामने आती रहती हैं यहाँ इस बार एक पहाड़ी कोरवा ईलाज के अभाव में दम तोड़ता नजर आ रहा है। 

मामला है बगीचा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत भड़िया का जहाँ निवासरत कन्दरु राम पहाड़ी कोरवा जनजाति से हैं और असाध्य बीमारी से जूझ रहे हैं। खास बात यह की जिन पहाड़ी कोरवाओं के लिए केंद्र सरकार की विशेष योजनायें संचालित हैं उन्हें उन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है...योजनाओ के जमीनी हकीकत की बात करें तो कन्दरु राम का स्मार्ट कार्ड भी अब तक नहीं बन पाया है। ऐसे में वह अपनी बीमारी से जूझने के अलावा और कर भी क्या सकता है ...? 

आखिर कौन है कन्दरु राम...?
पहाड़ी कोरवा समाज में अपनी खास पहचान रखने वाले कन्दरु राम स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के बेहद करीबी रहे हैं ..चुनावी समर ही नहीं हर लड़ाई में स्व जूदेव के कंधे से कंधा मिलकर चलने वालों में से एक हैंकन्दरु राम पूर्व में सरपंच रह चुके हैं वहीं 2007 के चुनावी दौरा में पहाड़ी कोरवाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए स्व.कुमार दिलीप सिंह जूदेव ने इन्हें सुलेसा पाठ  से दुलदुला तक हेलीकॉप्टर से दौरा भी कराया था

जिले में अब भी जरुरतमंदों का मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना
 एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा अंतर्गत स्मार्ट कार्ड नहीं बन पाया है जो 
बेहद चिंता का विषय हैजनकल्याणकारी योजनाओं को ग्रामीण तक पंहुचाने 
वाले अधिकारी कर्मचारी की कार्य कुशलता पर सवालिया निशान लगना लाजिमी है 


"स्मार्ट कार्ड न बन पाने के कारण राष्ट्रपति के दतक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा एवं पूर्व सरपंच कन्दरु राम पिछले छः महीनों से असाध्य बिमारी से जुझते हुये जिन्दगी और मौत से लड़ रहे हैं।"

परिवार के मुखिया की तबियत ख़राब होने के कारण घर के परिजन भी रुपये पैसों के इन्तजाम में लगे हैं बावजूद इसके अब तक कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है 

स्थानीय जनप्रतिनिधि नन्दकुमार यादव ने उनके घर पहूँचकर उनसे मुलाकात की और इलाज के लिए प्रशासन तक उनकी बात पहुचाने की बात कही वहीँ इलाज के लिए हर संभव सहयोग का भरोसा दिया 

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