जशपुर,टीम पत्रवार्ता,26 नवम्बर 2022
BY योगेश थवाईत
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के प्रमुख आस्था के केंद्र सोगड़ा गांव में पंचायत सचिवों की शर्मसार करने वाली करतूत सामने आई है।जहां सचिवों ने सोगड़ा की पवित्र भूमि पर खुलेआम शराबखोरी करते हुए स्कूली छात्राओं की सुरक्षा पर बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है,वहीं आस्था पर भी चोट पंहुचाया है।
मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ ओलंपिक के जशपुर जिला स्तरीय खेल में आने वाली छात्राओं को जंगल में ले जाकर शराबखोरी करने का बड़ा मामला सामने आया है।जनपद पंचायत बगीचा के दो पंचायत सचिवों की गलती सामने आई है।दरअसल जिला स्तरीय ओलंपिक में पंचायत विभाग को खिलाड़ियों को जशपुर लाने के जिम्मा दिया गया था।लिहाजा पंचायत सचिव रामश्रवण यादव व मंगतू राम भगत ओलंपिक खिलाड़ी छात्राओं को जशपुर खेल ग्राउंड लेकर रवाना हुए थे।इस दौरान कोई महिला शिक्षिका उनके साथ नहीं थे।उन्हें लाने ले जाने का जिम्मा लेने वाले सचिव खेल ग्राउंड के बजाए खिलाड़ी छात्राओं को जंगल पहाड़ पर ले गए और जंगल में ही उनके बीच बैठकर शराब पीने लगे।
यहां छात्राओं की सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिल रही है जहां खिलाड़ी छात्राओं को जंगल में ले जाना और उनके सामने शराबखोरी करना कई सवालिया निशान खड़े कर रहा है।
हांलाकि छात्राओं की सुरक्षा को ताक में रखना एक बड़ा अपराध है वहीं छात्राओं को बैठाकर शराबखोरी करना बड़े अपराध की श्रेणी में आता है।अब तक इस मामले में कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीँ किया जा सका है।फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
सोगड़ा में आसपास के ग्रामीणों ने जब छात्राओं काे अपने पास बिठाकर शराब पीते सचिवों काे देखा तो ग्रामीण यह नजारा देख भड़क उठे और सभी को गांव ले जाकर बैठा दिया।
घटना जशपुर के सोगड़ा के भैरव पहाड़ की है। सोगड़ा के ग्रामीणों ने बताया कि सोगड़ा के भैरव पहाड़ के पास गाड़ी नंबर सीजी 15 डीवी 6071 वाहन को काफी देर से खड़ी थी। इस वाहन पर काफी संख्या में खिलाड़ी छात्राओं को बैठे हुए सड़क किनारे से ही ग्रामीणों ने देखा था।
देर तक वाहन को उसी स्थान पर खड़ी देख आसपास के लोगों को शक हुआ कि कहीं छात्राओं के साथ कुछ गलत को नहीं हो रहा है। इस आशंका पर जब ग्रामीण वाहन के पास पहुंचे तो वहां का नजारा देख ग्रामीण दंग रह गए। छात्राएं वाहन के बाहर जमीन पर बैठी थीं और नमकीन खा रहीं थीं। पास बैठकर ही दो व्यक्ति शराब पी रहे थे। इन व्यक्तियों से पहचान पूछी गई तो एक ने खुद को ग्राम पंचायत महुआ का सचिव रामश्रवण यादव और दूसरे ने खुद को ग्राम पंचायत लोरो का सचिव मंगतू भगत बताया।
ग्रामीणों ने पूछा तो रामश्रवण यादव और मंगतू भगत ने बताया कि वे बगीचा ब्लॉक से छग ओलंपिक में खिलाड़ियों को लेकर आए थे। उनके इस कारनामे से ग्रामीण काफी दुखी हुए और सभी को जंगल से हटाकर बस्ती में ले गए। यहां काफी देर तक उन्होंने ग्रामीणों को बिठाए रखा।
मामले में कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने बताया कि उक्त मामले में दोनों सचिवों को निलंबित कर मामले की जांच शुरु कर दी गई है।
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