जशपुर(पत्रवार्ता) जिले के सबसे बड़े विकासखंड बगीचा के पंडरापाठ सहकारी समिति में इन दिनों सीमापार से धान की आवक को लेकर हलचल तेज है।
गौरतलब है कि पाठ इलाके में सबसे अधिक धान की खरीदी पण्डरापाठ में होती है।यहां धान खरीदी की शुरुआत से ही दलाल सक्रिय हैं जो 17 से 19 रुपए तक धान खरीदी कर समिति को बेच रहे हैं।
सबसे बड़ी बात यह कि दलाल बिना पंजीयन दूसरे के नाम पर हुए पंजीयन में ही धान को खपाने में लगे हुए हैं।
यहां सरगुजा के शंकरगढ़,कुसमी,सोनक्यारी,
सन्ना,चंपा,नन्हेंसर,कवई,दनगरी समेत
अन्य इलाकों से बिचौलियों के द्वारा
धान लाकर बेचा जा रहा है।जिसमें समिति
प्रबंधक की मिलीभगत की
बात सामने आ रही है।
ढलता काटने का नया नियम
यहां के कुछ किसानों ने बताया कि समिति प्रबंधक छोटू यादव के द्वारा धान के प्रत्येक बोरी में 1 से 2 किलो तक ढलता काटा जाता है।इसमें यदि धान 51 किलो है तो ढलता काटकर उसका वजन 50 किलो माना जाता है।हर किसान के बोरी से इस प्रकार धान काटे जाने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
मामले में फ़ूड इंस्पेक्टर अंजनी राव के द्वारा बताया गया कि पंडरापाठ से मिल रही शिकायतों के मद्देनजर लगभग 124 क्विंटल के अवैध धान की जप्ती की गई है।उन्होंके बताया कि छिछली के उमाशंकर यादव से 44 क्विंटल,पंडरापाठ के वाल्मीकि यादव से 28 क्विंटल व हेंठसेमरा के सुरेश राम से 52 क्विंटल धान की जप्ती की गई है।जप्त धान पण्डरापाठ समिति प्रबंधक छोटू यादव की सुपुर्दगी में रखवाया गया है।
धान की फर्जी खरीदी व सीमापार से लगातार धान की आवक के मद्देनजर बगीचा एसडीएम रवि मित्तल द्वारा कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।
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