By योगेश थवाईत,जशपुर।
रायपुर(पत्रवार्ता.कॉम) तर्क,तथ्य और प्रमाण के प्रतिरुप सरगुजा नरेश टीएस सिंहदेव का नाम छत्तीसगढ़ सीएम पद के लिए लगभग तय माना जा रहा है जिसकी औपचारिक घोषणा होनी है।
उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा राजपरिवार से टीएस सिंहदेव आते हैं और समूचे इलाके में वे काफी लोकप्रिय हैं। प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष के रुप मे उनकी अलग छवि रही है।विधानसभा चुनाव 2008 और 2013 में उन्हें अम्बिकापुर के लोगों का जनमत मिल चुका है और इस बार वे लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कराते हुए अम्बिकापुर के विधायक बने हैं।
अपने अनोखे अंदाज के लिए सिंहदेव चर्चित रहते हैं वहीं मिलनसारिता और हँसमुख मिजाज उनकी विशेषता है।अपने शपथपत्र में उन्होंने उदघोषणा की है जिसके अनुसार उनके पास 500 करोड़ से अधिक की संपत्ति है।सरगुजा के लोग उन्हें "बाबा"कहकर संबोधित करते हैं।
2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने लगभग 70 से भी अधिक सभाओं में कांग्रेस के घोषणा पत्र को जनजन तक पंहुचाया है।किसी भी विवाद से दूर रहने वाले बाबा टीएस सिंहदेव का पूरा नाम "त्रिभुवन शरण सिंह देव" है। अनुभवी होने के साथ तर्क संगत घोषणा पत्र उनकी विद्वता को प्रदर्शित करता है।राहुल गांधी की सहमति पर उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र बनाने में अहम भूमिका निभाई है।प्रदेश के बेहतर संचालन के लिए जनता की अपेक्षा रही है कि टीएस बाबा मुख्यमंत्री पद पर सुशोभित हों।
सरगुजा के महाराजा टीएस सिंहदेव पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी की विशेष कृपा मानी जाती है।बाबा की स्पष्ट छवि,लोकप्रियता और कड़ी मेहनत को देखते हुए उन्हें सीएम पद की कमान दिए जाने की तैयारी की जा रही है।पार्टी कार्यकर्ताओं और अपने समकक्ष नेताओं के साथ जिस तरह से वे पेश आते हैं वह अपने आप मे एक आदर्श होता है।
प्रदेश में लगातार पिछले तीन वर्षों से बीजेपी की सरकार थी जिसे ढहाने में इस बार कांग्रेस को सफलता मिली है।2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल की है।वहीं बीजेपी महज 15 सीटों पर सिमटकर रह गई है।
आदर्श अस्तित्व के परिचायक टीएस सिंहदेव को जल्द ही छत्तीसगढ़ के सीएम के रुप में देखने के लिए लोगों की उम्मीद बनी हुई है।
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