पत्रवार्ता के लिए प्रदीप सिंह ठाकुर की रिपोर्ट
पत्थलगाँव(पत्रवार्ता) इन दिनों जशपुर जिले की पत्थलगाँव विधानसभा सीट पर जमकर घमासान मचा हुआ है। एक ओर बीजेपी के टिकट लिए उम्मीदवारी करने वाले नेताओं को टिकट न मिलने से बगावत के सुर उभरने लगे हैं वहीँ दूसरी ओर एंटी इनकम्बेंसी को लेकर क्षेत्र में भीतरघात की प्रबल आशंका बनी हुई है।
आपको बता दें कि 5 वर्ष तक नगर पंचायत अध्यक्ष के पद पर रह चुके डा बीएल भगत आरएसएस के धर्म जागरण समन्वय विभाग प्रमुख हैं साथ ही स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के कार्यकर्मों में कंधे से कन्धा मिलाकर चलने वाले हैं बीजेपी कार्यकर्ता हैं। पिछले 15 वर्षों से उराँव समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले श्री भगत के द्वारा ग्रामीण इलाकों में निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से खासी पकड़ बना ली गई है वही सामाजिक समरसता के कार्यक्रमों में उनकी हमेश सह्भागिता रहती है।
आप सोच रहे होंगे कि आखिर यहाँ डा बीएल भगत के बारे में क्यूँ बताया जा रहा है। दरअसल पत्थलगाँव विधानसभा सीट से इन्होने भी पार्टी संगठन से सैकड़ों सरपंचों के हस्ताक्षर व आला नेताओं के सहमति पत्र के साथ टिकट की मांग की थी जिसपर कोई सुनवाई नहीं की गई।
अब चुनावी मैदान में श्री भगत निर्दलीय चुनाव में उतरने का मन बना चूके हैं ? आपको बताना लाजिमी है कि यदि श्री भगत चुनाव में उतरते हैं तो बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। चूँकि श्री भगत का जनजातीय समाज के बीच खासा जनाधार है। वहीँ पिछले 30 वर्षों से लगातार जनसेवा के कार्यों से इनकी छवि अच्छी बनी हुई है।
आप भी सुनें बीएल भगत के बोल
फिलहाल श्री भगत की नाराजगी से यहाँ की सियासत में ख़ासा उबाल है अब देखना दिलचस्प होगा की श्री भगत के कोटे के वोट बैंक को बीजेपी कैसे भुना पाती है ......
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