बिलासपुर(पत्रवार्ता.कॉम)स्कूली बच्चों पर लाठीचार्ज करने वाले बलौदाबाजार एसडीएम बाल आयोग के राडार में आ गए हैं। आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए दंडाधिकारी जांच की अनुशंसा कर तीन दिन के भीतर जवाब माँगा है।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी बलौदाबाजार को पत्र जारी करते हुए बाल आयोग ने सख्त लहजे में कहा है कि धरने पर बैठे बच्चों पर एसडीएम द्वारा लाठी बरसाना आपत्तिजनक व अत्यंत गम्भीर मामला है। बालक अधिकार संरक्षण अधिनियम के तहत बाल अधिकार पर अतिक्रमण कतई बर्दास्त नही किया जा सकता। आयोग ने छग राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग को प्रदत्त ऐसे मामलों में जांच व कार्रवाही शुरू करने की अनुशंसा का हवाला देते हुए प्रकरण की जांच व नियमानुसार कार्रवाही करते हुए तीन दिन की भीतर जवाब मांगा है।
गौरतलब है कि बीते गुरुवार अटल विकास यात्रा के दूसरे चरण में जब मुख्यमंत्री का काफिला बलौदा बाजार जिले में एंट्री कर रहा था, उस दौरान पलारी विकासखण्ड के अमेरा में स्कूल तक सड़क की मांग को लेकर स्कूली छात्र - छात्रा धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान स्कूली बच्चों का प्रदर्शन करना व सड़क में बैठना वहां मौजूद एसडीएम तीर्थराज अग्रवाल को इस कदर नागवार गुज़रा था कि पहले उन्होंने मौके पर मौजूद फोर्स को बच्चों पर लाठी बरसाने का आदेश दिया। फिर भी जब बात नही बनी तो एसडीएम अग्रवाल खुद पुलिस का डंडा लेकर बच्चों पर टूट पड़े थे। इस दौरान एसडीएम अग्रवाल ने स्कूली छात्राओं तक को नही बख्सा और ताबड़तोड़ लाठियां बरसाते रहे।
घटना के बाद एसडीएम साहब की करतूत सोशल मीडिया में वायरल हो गयी। हर तरफ से कृत्य की आलोचना व कार्रवाई की मांग उठने लगी। अब जब एसडीएम अग्रवाल छग राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के राडार में आए हैं कार्रवाई की सुगबुगाहट तेज़ हो गयी है। हालांकि राज्य सरकार ने मामले में अब तक एसडीएम पर कोई एक्सन नही लिया है।
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