बिलासपुर(पत्रवार्ता.कॉम)शहर में कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज के बाद घिरे पुलिस अफसरों ने शनिवार को प्रधानमंत्री को काले झंडे दिखाने जा रहे कांग्रेसियों को एक बार फिर गिरफ्तार किया। लाठियां बरसाने के बाद किरकिरी झेल रहे पुलिस अफसरों ने इस बार कुछ ज्यादा ही सतर्कता दिखाई। इसी का नतीजा था कि पुलिसकर्मियों से लाठियां पहले ही छीन ली गई थीं।
शनिवार को जब बिलासपुर से नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव का काफिला जांजगीर जाने के लिए निकला तो पुलिसकर्मियों के हाथ-पैर फूलने लगे। बात कांग्रेस भवन से निकलने की हो या फिर गांधी चौक की या महमंद बाईपास की। किसी भी जगह पर एक भी पुलिसवाले के हाथ में लाठी नही दिखी।
दरअसल लाठी, खाकी और कांग्रेस की चर्चा अभी बिलासपुर सहित प्रदेश और केंद्र तक फैली हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काले झंडे दिखाने की आवाज बुलंद कर गए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने खाकी से निपटने के लिए नई तरकीब लाने की बात कही थी। यही कारण है कि आज के प्रदर्शन में पुलिसवालों के हाथ से लाठी छीन ली गई और जिनके पास थी, उन्हें लाठी उठाने से ही मना कर दिया गया था। माना जा रहा है ऐसा ऐहतियात के तौर पर किया है। क्योंकि पिछले दिनों जो कुछ हुआ, उससे कांग्रेसी खासे नाराज हैं। खुद नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि अगर नौबत आई तो कांग्रेसी भी लाठी उठाने से पीछे नही रहेंगे।
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