योगेश
थवाईत
बगीचा पुलिस की गिरफ्त में आरोपी |
जशपुर(पत्रवार्ता)।जब
बात हो बेहतर पुलिसिंग की,सुरक्षा
के साथ सहायता की तो जेहन में याद रखिये 'जशपुर पुलिस' को जी हाँ हम बात कर रहे जशपुर पुलिस की
सक्रियता की जिसने महज 10 घंटे
के अन्दर नर्स का अपहरण करने वाले 5 नकाबपोशों को देशी कट्टे के साथ गिरफ्तार कर सलाखों के
पीछे भेज दिया है.इतना ही नहीं आरोपियों के चंगुल से अपहरित नर्स को भी सकुशल बरामद कर परिजनों को
सौंप दिया गया है।
जशपुर पुलिस की सक्रियता ने
तत्काल कार्यवाही कर अपनी जमीनी पकड़ दुरुस्त करने का बेहतर कार्य किया है यहाँ की
बेहतर पुलिसिंग ने न केवल बदमाशों में खौफ पैदा कर दिया है बल्कि बढ़ते अपराध पर
अंकुश लगाने के बल को भी हवा देने का काम किया है
मामले
की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी राजेश मरई ने बताया की बगीचा थाने के पंडरापाठ
चौकी क्षेत्र के ग्राम हर्राडीपा में पदस्थ नर्स कांता बरवा का मंगलवार की दोपहर 11.30 बजे दिनदहाड़े पांच नकाबपोशों के द्वारा अपहरण कर लिया गया था।उस वक्त इस
घटना को अंजाम दिया गया जब नर्स अपने घर जा रही थी..आरोपी नर्स को कट्टे को नोक पर
उठाकर सुमो जीप से अपने साथ ले गये थे तब से मामले को लेकर पुरे जिले में हडकंप मच गया था और
बात जनप्रतिनिधियों तक भी पंहुच गई थी
पुलिस
ने दिखाई सक्रियता
दिनदहाड़े अपहरण की घटना की
सूचना थाने में मिलते ही जशपुर पुलिस अधीक्षक प्रशांत सिंह ठाकुर के निर्देश पर
पुलिस ने ऐसी तत्परता से कार्य किया कि अपहरण के सभी पांच आरोपी महज 10 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिए गए।
पुलिस ने
घटना के मुख्य आरोपी के पास
से पुलिस ने एक देसी कट्टा और चाकू भी जब्त किया है।
15 किमी
पैदल चलकर ठिकाने तक पहुंची पुलिस
घटना
के तुरंत बाद एसपी ने बगीचा थाना प्रभारी राजेश मरई और पंडरापाठ चौकी प्रभारी की
दो टीम बनाई और मामले की तहकीकात शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने अपहरित
नर्स कांता बरवा के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि यह अपहरण किसी फिरौती के
लिए नहीं किया गया है।नर्स के बारे मे पुलिस को पता चला कि हाल ही में उसकी सगाई
हुई है और इससे पहले उसका अंबिकापुर जिले के लुंड्रा थानाक्षेत्र अंतर्गत ग्राम
करदौना निवासी आशु उर्फ कविता से प्रेम संबंध थे। जबकि सगाई किसी दूसरे लड़के से
हुई है। पुलिस के शक की सुई आशु उर्फ कविता पर गई और बगीचा पुलिस की टीम तत्काल
लुंड्रा थानाक्षेत्र के ग्राम करदौना पहुंची। जहां आरोपी पुलिस को नहीं मिला।पुलिस
ने गांव में उस टाटा सुमो का पता कर लिया जिससे नर्स का अपहरण किया गया था। टाटा
सुमो के ड्राईवर लोधो राम को पुलिस ने पकड़कर पूछताछ की तो उसने गांव के तीन अन्य
लड़कों का नाम बताया जो कि वारदात में शामिल थे।पुलिस ने उन लड़कों को गांव में
उनके घरों में दबिश देकर पकड़ लिया।पकड़े गए ये तीन लड़के नाबालिग हैं।मैनपाठ के
जंगल में स्थित इकलौते सुने मकान में नर्स को छिपाकर रखा गया था जिसके लिए पुलिस
ने स्पेशल प्लान बनया और रात में पुलिस मैनपाठ के जंगल में पहुंची। उस अड्डे तक
पहुंचना आसान नहीं था। थाना प्रभारी राजेश मरई के साथ पुलिस की टीम करीब 15 किमी तक टार्च की रौशनी में जंगल
में चलती रही और सूने मकान को पुलिस ने घेर लिया। मकान में जब पुलिस ने दबिश दी तो
यहां से आरोपी निकला और इसी मकान में डरी सहमी हुई नर्स भी थी। पुलिस ने नर्स को
तत्काल अपने संरक्षण में लिया और आरोपी को दबोच लिया। आरोपी के पास से पुलिस ने एक
देसी कट्टा और धारदार चाकू बरामद किया है।
अपहरण की इस वारदात में महज 10 घंटे के भीतर सभी आरोपियों को पकड़ने और सकुशल अपहर्त
नर्स को बरामद करने में बगीचा थाना प्रभारी राजेश मरई, एसआई महेश साहू, एएसआई डाकेश्वर सिंह, एएसआई संजय गोस्वामी, आरक्षक निखिल, आतिश मिंज, मुकेश पांडेय, सुनील मधुकर और अरूण ने दिनरात एक कर दिया।एसपी ने
पूरी टीम की प्रशंसा की है..
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