जशपुर, टीम पत्रवार्ता, 01 अगस्त 2025
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को एक ज्ञापन भेजकर अपनी वर्षों पुरानी मांगों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। ज्ञापन में उन्होंने मानदेय वृद्धि, सामाजिक सुरक्षा, सेवानिवृत्ति लाभ, और अन्य बुनियादी सुविधाओं की मांग की है।
ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि देशभर की लाखों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वर्षों से अल्प मानदेय पर कार्य कर रही हैं, जबकि वे कुपोषण, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, और प्राथमिक शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को जमीनी स्तर पर निभा रही हैं। लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा उन्हें ना तो उचित वेतन दिया जा रहा है और ना ही स्थायी कर्मी का दर्जा।
ज्ञापन में प्रमुख मांगें निम्नलिखित हैं
1. मानदेय वृद्धि:आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को न्यूनतम ₹26,000 और सहायिका को ₹22,000 प्रतिमाह मानदेय दिया जाए।
2.स्थायीकरण:50 वर्ष की आयु तक की कार्यरत महिलाओं को स्थायी किया जाए तथा सेवा शर्तें निर्धारित की जाएं।
3.सेवानिवृत्ति लाभ:सेवानिवृत्त। होने वाली कार्यकर्ताओं को एकमुश्त राशि के रूप में पेंशन और ग्रेच्युटी दी जाए।
4. पदोन्नति:वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद पर पदोन्नति दी जाए।
5 डिजिटल काम का मानदेय:
पोषण ट्रैकर, एफआरएस, ई-केवाईसी जैसे डिजिटल कामों के लिए अलग से प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाए।
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ही संभव है, लेकिन उन्हें सुविधाओं से वंचित रखा गया है। कई कार्यकर्ता लगभग 25-30 वर्षों से सेवा दे रही हैं, लेकिन उन्हें किसी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा नहीं मिल रही।
जशपुर के बगीचा ब्लॉक की कार्यकर्ताओं ने अपनी पीड़ा और मांगों को विस्तार से लिखा है। उन्होंने अपील की है कि सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर जल्द निर्णय ले।
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