रायपुर, टीम पत्रवार्ता, 02 अगस्त 2025
सावन के पवित्र माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से देशभर के किसानों को बड़ी सौगात दी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) की 20वीं किश्त के रूप में 9.7 करोड़ किसानों के खातों में 20,500 करोड़ रुपये की राशि सीधे ट्रांसफर की गई। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर स्थित उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय से वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ के 25.47 लाख किसानों के खातों में कुल 553 करोड़ 34 लाख रुपये की राशि अंतरित की गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रदेश की जनता की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि "यह आर्थिक सहायता अन्नदाताओं को मजबूती देने के साथ उनके परिश्रम का सम्मान भी है।"
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 2019 से अब तक इस योजना के तहत देशभर के किसानों को कुल 3.75 लाख करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री धन-धान्य योजना" और "प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना" जैसे कार्यक्रम किसानों के व्यापक हित में चलाए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने "लखपति दीदी" अभियान के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ में किसानों को अब प्रति क्विंटल 3100 रुपये की दर से धान की कीमत मिल रही है। साथ ही सरकार गठन के 10 दिन के भीतर ही 2 वर्षों की बकाया बोनस राशि 3716 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया। उन्होंने कहा कि "मोदी की गारंटी" के अनुरूप राज्य सरकार किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है।
प्रदेश में सिंचाई क्षेत्र बढ़ाने के लिए बोधघाट परियोजना, महानदी और इंद्रावती को जोड़ने जैसी बड़ी योजनाएं आगे बढ़ रही हैं। दलहन-तिलहन उत्पादकों और भूमिहीन कृषि मजदूरों को 10,000 रुपये की सहायता राशि दी जा रही है। "दुधारू पशु वितरण योजना" को NDDB के सहयोग से छह जिलों में प्रारंभ किया गया है, जिससे दूध उत्पादन और किसानों की आमदनी दोनों में बढ़ोत्तरी होगी।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, राज्य के विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण और बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। इस अवसर पर कृषि उपकरणों और योजनाओं के तहत किसानों को अनुदान राशि के चेक भी वितरित किए गए।
0 Comments