रायपुर, टीम पत्रवार्ता, 11 जुलाई 2025
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। नारायणपुर जिले में कुल ₹37 लाख 50 हजार के इनामी 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लिया है। इन नक्सलियों पर ₹50 हजार से लेकर ₹8 लाख तक के इनाम घोषित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस महत्वपूर्ण घटना को लेकर सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा
"लोग अब बंदूक नहीं, विकास की राह पर साथ चलना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 और ‘नियद नेल्लानार’ जैसी योजनाएं आज जमीन पर बदलाव का प्रमाण बन रही हैं। सरकार की जनकल्याणकारी सोच से प्रभावित होकर लोग हिंसा छोड़कर विकास की ओर बढ़ रहे हैं।
अब तक 1476 नक्सली कर चुके आत्मसमर्पण
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि अब तक कुल 1476 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शासन और प्रशासन पर लोगों का विश्वास लगातार मजबूत हो रहा है।
नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई
सरकार का लक्ष्य है कि 31 मार्च 2026 तक राज्य को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त किया जाए। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि डबल इंजन की सरकार इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास, प्रशिक्षण और रोजगार जैसी सुविधाएं दी जाएंगी ताकि वे समाज में गरिमा के साथ नई शुरुआत कर सकें।
मुख्यमंत्री का संदेश
"यह आत्मसमर्पण सिर्फ नक्सलियों का नहीं, बल्कि हिंसा से विकास की ओर बढ़ते नए छत्तीसगढ़ का संकेत है। हमारी सरकार हर उस व्यक्ति का स्वागत करती है जो हथियार छोड़कर समाज का हिस्सा बनना चाहता है।"
यह आत्मसमर्पण नक्सलवाद के विरुद्ध चल रही लड़ाई में एक और निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है, जिससे राज्य में शांति, सुरक्षा और समृद्धि की राह और सशक्त होगी।
।। टीम पत्रवार्ता।।
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