... राजनीति : BJP के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय की "दो टूक" अंतिम घडियां गिन रही कांग्रेस सरकार ध्यान भटकाने के लिए पैदा कर रही है अनावश्यक विवाद,छत्तीसगढ़ के निर्माता व पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान किसी कीमत में बर्दाश्त नहीं करेंगे,अपशब्दों का मतलब.....?

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राजनीति : BJP के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय की "दो टूक" अंतिम घडियां गिन रही कांग्रेस सरकार ध्यान भटकाने के लिए पैदा कर रही है अनावश्यक विवाद,छत्तीसगढ़ के निर्माता व पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान किसी कीमत में बर्दाश्त नहीं करेंगे,अपशब्दों का मतलब.....?

जशपुर,टीम पत्रवार्ता,27 अगस्त 2022

By योगेश थवाईत

अपने सरल,सहज और सौम्य छवि के लिए प्रसिद्ध बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के मुंह से जब अपशब्दों का प्रयोग किसी अधिकारी के लिए हुआ तो आप समझ सकते हैं कि चोट कितनी गंभीर है।

दरअसल कुनकुरी के सराईटोला में हाईमास्क लाईट के लिए स्थल चयन करके कब क्रेडा विभाग के द्वारा अटल चौक को धराशायी कर दिया गया तो विष्णुदेव साय का पारा सातवें आसमान पर पंहुच गया और उन्होंने अधिकारी पर सारा गुस्सा अपशब्दों के माध्यम से निकाल दिया।जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।कांग्रेस नेता आरपी सिंह ने भी अपने ट्विटर व फेसबुक पर इसे अपलोड किया है। 

RP Sing Tweet

मामले में जब हमने विष्णुदेव साय से बात की तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अटल चौक को धराशायी किये जाने से मेरे सहित भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और छत्तीसगढ़ की जनता की भावना आहत हुई है। इस देश की जनता ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अटल बिहारी बाजपेयी को तीन बार प्रधानमंत्री बना कर देश का नेतृत्व करने का अवसर दिया। 

उन्होनें छत्तीसगढ़ राज्य स्थापित कर,यहां की जनता की कई दशकों के सपनों को साकार किया था। ऐसे महान नेता के नाम पर स्थापित चौक के साथ जो व्यवहार किया गया है,वह कदापी सहन करने के लायक नहीं है। 

छत्तीसगढ़िया संस्कृति की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री को सरईटोला आ कर इस  चौक की दुर्दशा देखना चाहिए और बताना चाहिए कि क्या कैसा कांग्रेसी कल्चर है। उन्होनें कहा कि इस मामले में भाजपा का हर कार्यकर्ता अंतिम सांस तक संघर्ष करने के लिए तैयार है। 

छत्तीसगढ़ में सरकार के खिलाफ तेज हो रहे असंतोष और अव्यवस्था से जनता का ध्यान भटकाने के लिए सरकार,इस तरह का विवाद खड़ा करने की कोशिश कर रही है। भूपेश सरकार की चला चली की बेला आ पहुंची है। झूठे वायदे के अपने ही मकड़जाल में कांग्रेस बुरी तरह से उलझ गई है। 

पूरा प्रशासनिक तंत्र सड़क में नजर आ रहा है। प्रशासनिक गतिविधियां और विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। अधिकारी और कर्मचारियों को वेतन के लाले पड़ गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की असफलता का इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है।

बहरहाल बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के आक्रामक रवैये से हर कोई स्तब्ध है वहीं इस घटना के बाद प्रदेश की सियासत में एक बार फिर से उबाल देखने को मिल रहा है।

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