... खबर पत्रवार्ता : भूपेश कका ! जिला नहीं तो ग्राम पंचायत बना दे न,बड़ उपकार होही।पत्थलगांव के नागरिकों ने खोला मोर्चा, कहा इस बार जिला नहीं तो ......?

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खबर पत्रवार्ता : भूपेश कका ! जिला नहीं तो ग्राम पंचायत बना दे न,बड़ उपकार होही।पत्थलगांव के नागरिकों ने खोला मोर्चा, कहा इस बार जिला नहीं तो ......?

 


पत्थलगांव,टीम पत्रवार्ता,04 मई 2022

BY प्रदीप ठाकुर

जशपुर जिले में जहां बगीचा का खुड़िया क्षेत्र स्वतंत्र अलग जिले की मांग कर रहा है वहीं लंबे समय से पत्थलगांव को जिला बनाने की आड़ में लंबे समय से राजनीति चमकाने का कार्य हो रहा है। न बीजेपी शासन काल में पत्थलगांव जिला बन सका न कांग्रेस शासन काल में लिहाजा पत्थलगांव की जनता ने अब दोनों राजनैतिक पार्टियों को झाड़ू लगाने का मन बना लिया है।

उल्लेखनीय हैं कि पत्थलगांव को जिला बनाए जाने की मांग लंबे समय से उठती आ रही है। इस मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीति भी होती रही है। 

लगभग 20 साल से चल रहे पत्थलगांव जिले की मांग को लेकर क्षेत्रवासी उस वक्त छले गए थे जब 2013 के विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने विकास यात्रा के दौरान पत्थलगांव विधानसभा में भाजपा को जीत मिलने पर जिला के उपहार देने की घोषणा की थी। 

इधर भाजपा को जीत दिलाए जाने के बाद भी पत्थलगांव के लोगों की उम्मीद पूरी नहीं हो पाई है। वहीं कांग्रेस सरकार द्वारा बीते दिनों घोषित किए गए जिलों में पत्थलगांव का नाम शामिल न होने से भी लोगों में निराशा है।

प्रदेश के मुखिया भुपेश बघेल का पत्थलगांव दौरा कार्यक्रम आगामी 8 जून को निर्धारित माना जा रहा है।दौरे से पहले पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग को जोर शोर से उठाने की तैयारी चल रही है।जिसके लिए स्थानीय नागरिक, जनप्रतिनिधि,पत्रकार एवं विभिन्न संगठनों के साथ बैठकों का दौर शुरु कर दिया है।वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पंहुचने का प्रयास किया जा रहा है।

राजनैतिक दलों के वायदों से दूर अब नागरिक स्वतंत्र रुप से पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बीते एक दशक से भी अधिक समय पूर्व से पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग होती रही है।हमेशा की तरह पत्थलगांव को हाशिए पर धकेल दिया जाता है।पत्थलगांव के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। जिला बनने से क्षेत्र वासियों को अपने कार्यो के लिए सौ किलोमीटर का सफर तय करना नहीं पड़ेगा वहीं क्षेत्र का विकास भी तेजी से होगा।नए जिले की स्थापना से जहां राजनैतिक प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी नए लोगों को मौका मिलेगा वहीं सांस्कृतिक,आर्थिक व सामाजिक क्षेत्र भी सशक्त होगा।

अब देखना होगा कि प्रदेश की भूपेश सरकार पत्थलगांव के लोगों को नए जिले की सौगात देती है या आगामी चुनाव में झाड़ू की तैयारी करती है।

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