... खबर पत्रवार्ता : जनजातीय सुरक्षा मंच की दो टूक,जब स्टील प्लांट के प्रस्तावित भूमि का औद्योगिक डायवर्सन नहीँ हुआ तो जनसुनवाई कैसे..? कुदरगढ़ी कंपनी का पक्ष आया सामने,कहा ग्रामीणों के हित में जनभावनाओं के सम्मान के साथ होगा कार्य,ग्रामीणों के बुलावे पर पूर्व मंत्री गणेश राम भगत पंहुचे टाँगरगांव..कहा किसी मे ताकत नहीं...? पढ़ें पूरी खबर सिर्फ पत्रवार्ता पर...?

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खबर पत्रवार्ता : जनजातीय सुरक्षा मंच की दो टूक,जब स्टील प्लांट के प्रस्तावित भूमि का औद्योगिक डायवर्सन नहीँ हुआ तो जनसुनवाई कैसे..? कुदरगढ़ी कंपनी का पक्ष आया सामने,कहा ग्रामीणों के हित में जनभावनाओं के सम्मान के साथ होगा कार्य,ग्रामीणों के बुलावे पर पूर्व मंत्री गणेश राम भगत पंहुचे टाँगरगांव..कहा किसी मे ताकत नहीं...? पढ़ें पूरी खबर सिर्फ पत्रवार्ता पर...?

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,27 मार्च 2022

BY योगेश थवाईत

जशपुर जिले के कांसाबेल से लगे टाँगरगांव में कुदरगढ़ी कंपनी द्वारा प्रस्तावित स्टील प्लांट के लिए प्रस्तावित भूमि का डायवर्सन आवेदन लगते ही एक बार फिर से ग्रामीणों का विरोध शुरु हो गया है।एसडीएम कार्यालय में अपनी लिखित आपत्ति दर्ज कराने के बाद आज ग्रामीण गांव में विरोध प्रदर्शन करते दिखे।यहां उन्होंने पूर्व मंत्री गणेश राम भगत को आमंत्रित किया था।

टाँगरगांव में माँ कुदरगढ़ी स्टील प्लांट के मालिकों के द्वारा एसडीएम बगीचा के न्यायालय में डायवर्सन का आवेदन प्रस्तुत करते ही स्टील प्लांट की स्थापना को लेकर ग्रामीणों का विरोध फिर से शुरु हो गया है। ग्रामीण लामबंद होकर स्टील प्लांट के खिलाफ सड़कों पर उतर गए।

ग्रामीणों के बुलावे पर जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत आज टाँगरगांव पहुँचे ,जहां ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने कहा कि उद्योगपति और जिला प्रशासन मिलकर जशपुर को बरबाद करना चाह रहे हैं। लेकिन हम अपने पुरखों की पहचान जल,जंगल,जमीन को नष्ट होने नहीं देंगे।उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा उद्योगपति के अधिकारी कई नेताओं को चाकलेट बांटते फिर रहे हैं और मुझे भी लेमनचूस देने का प्रयास कर रहे हैं।

उद्योगपति और उनके दलाल कान खोलकर सुन लें किसी  में इतनी ताकत नहीं है जो गणेश राम को खरीद सके।उन्होंने कहा कि मैं गरीब किसान का बेटा हूँ और अच्छी तरह जानता हूँ कि गरीबों के लिए जल, जंगल, जमीन की कीमत क्या होती है ।

सभा को सम्बोधित करते हुए अधिवक्ता रामप्रकाश पांडेय ने कहा कि उद्योगपति और जिला प्रशासन शुरू से ही कानूनों का उल्लंघन करते हुए उद्योग लगाने का षड्यंत्र कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब कृषि भूमियों का  डायवर्सन हुआ ही नहीं हुआ था।तब किस कानून के अनुसार जिला प्रशासन से टाँगरगांव में स्टील प्लांट लगाने के लिए जनसुनवाई का आयोजन किया था ?

उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को पर्यावरण बचाने हेतु महिलाओं के द्वारा चलाये गए चिपको आंदोलन की तर्ज पर  जंगल बचाने का आह्वान किया ।सभा को श्रवण चौहान,तपेश्वर यादव,काशी राम ने भी सम्बोधित किया । सभा का संचालन मंच के प्रदेश संयोजक रोशन प्रताप सिंह ने किया ,इस अवसर पर टाँगरगांव, हथगड़ा सरपंच सहित सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित रहे।

मामले में कुदरगढ़ी कंपनी प्रबंधन ने पहली बार अपना पक्ष रखा है जिसमें कंपनी के द्वारा बताया गया कि जनभावनाओं का पूरा सम्मान है।बिना ग्रामीणों के समर्थन के वे कोई कार्य नहीं कर सकते।

प्रबंधन ने संवैधानिक नियमों के अनुसार कार्य करने की बात कही है।जिसमें उन्होंने बताया कि प्लांट की स्थापना से यहां के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा इसके साथ ही कंपनी के द्वारा लोगों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा।उन्होंने ग्रामीणों से सहयोग की अपील की है।

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