... ब्रेकिंग जशपुर : विधायक विनय भगत ने प्रीकॉशन टीकाकरण कार्यक्रम का किया शुभारंभ,कहा-बूस्टर डोज लगवाकर कोरोना संक्रमण से रहें सुरक्षित...


पत्रवार्ता में अपनी ख़बरों के लिए 9424187187 पर व्हाट्सप करें

ब्रेकिंग जशपुर : विधायक विनय भगत ने प्रीकॉशन टीकाकरण कार्यक्रम का किया शुभारंभ,कहा-बूस्टर डोज लगवाकर कोरोना संक्रमण से रहें सुरक्षित...

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता 10 जनवरी 2022/

विधायक जशपुर  विनय भगत ने आज जिला चिकित्सालय के आयुष विंग में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, प्रथम पंक्ति के कार्यकर्ता एवं 60 वर्ष व अधिक आयु वर्ग के कोमॉर्बिड व्यक्तियों को लगाए जाने वाले प्रीकॉशन डोज का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रीकॉशन डोज के लिए पात्र सभी लोगों को बूस्टर डोज लगवाकर कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहने का आग्रह किया। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर सह प्रभारी स्वास्थ्य सचिन भूतड़ा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रंजीत टोप्पो,सुरज चौरसिया, अजय गुप्ता, जिला टीकाकरण अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

इस अवसर पर विधायक श्री भगत ने जिले में कोविड-19 एवं नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संक्रमण से बचाव के लिए समस्त लोगों से अपील करते हुए कहा कि शासन के द्वारा प्रथम एवं द्वितीय डोज के टीकाकरण के उपरांत अब बूस्टर डोज भी लगाया जा रहा है। जिसकी शुरूआत आज से की जा रही है। बूस्टर डोज से हमारे शरीर में कोविड-19 से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने परिवार के सभी पात्र व्यक्तियों को टीकाकरण अवश्य कराएं। जिससे उन्हें कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सके।
  
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता, प्रथम पंक्ति के कार्यकर्ता, चुनाव ड्यूटी में लगाए गये अधिकारी, कर्मचारी एवं 60 वर्ष व अधिक आयु वर्ग के कोमॉर्बिड लाभार्थियों को प्रीकॉशन डोज लगाया जाना है। लाभार्थियों को पूर्व में प्रथम एवं द्वितीय डोज के वैक्सीनेशन के दौरान जो  वैक्सीन लगाई गई है, वहीं वैक्सीन प्रीकॉशन डोज के रूप में भी लगाई जाएगी।

प्रीकॉशन डोज लाभार्थी द्वारा लगाए गए द्वितीय डोज के आधार पर 9 महीने या 39 सप्ताह के बाद लगाया जाएगा। इस हेतु पात्र लाभार्थियों को कोविड पोर्टल के माध्यम से एस.एम.एस. के जरिये सूचित किया जा रहा है। पात्र लाभार्थी अपना पंजीयन ऑनलाईन अथवा वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर करवा सकते है।

Post a Comment

0 Comments


जशपुर के इस गांव में उपजा धर्मांतरण का विवाद,जहां से हुई थी ईसाइयत की शुरुआत