... चौंकिए नहीं ! जब CRPF के जवान ने एक ही मंडप में बैठा ली दो दुल्हन और फिर....अग्नि की साक्षी में .... सात फेरों का बंधन ....?

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चौंकिए नहीं ! जब CRPF के जवान ने एक ही मंडप में बैठा ली दो दुल्हन और फिर....अग्नि की साक्षी में .... सात फेरों का बंधन ....?


जशपुर(योगेश थवाईत@पत्रवार्ता) जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत का बगडोल गांव एक बार फिर से सुर्खियों में है।इस बार यहां दो दुल्हन के साथ एक दूल्हे ने शादी रचाई है।जी हां आपको जानकर हैरानी होगी मंडप एक,दूल्हा एक और दुल्हन दो ...आखिर क्या है पूरा माजरा ..? पढें पूरी खबर।

कहते हैं जोड़ियां ऊपर से बन के आती है और यहां ऐसी जोड़ी बनी जिसे देखकर आप भी दंग रह जाएंगे।जशपुर के बगीचा से सटे बगडोल गांव में सीआरपीएफ के जवान अनिल पैंकरा ने दो दुल्हनों के साथ एक ही मंडप में शादी की रस्म अदा की और जन्मों जनम के बंधन में बंध गए।
वाकई प्यार का बंधन समाज के बंधनों से परे होता है।जिसे न कानून का डर होता है न लोक लाज का भय।दरअसल अनिल ने लगभग 4 साल पहले अपनी पहली पत्नी को बिना देखे उसके मांग में सिंदूर भरकर सामाजिक रीति रिवाज से शादी की।इसके बाद दुल्हन बगडोल गांव में ही अपने पति अनिल के साथ रहने लगी।पहली पत्नी के बच्चे नहीं हैं इसके बावजूद कभी किसी बात को लेकर अनिल व उसकी पत्नी के बीच विवाद नहीं हुआ।
इस बीच अनिल को गांव की एक अन्य युवती से प्रेम हो गया जो आंगनबाडी में काम करती है।अनिल ने अपने प्रेम सम्बंध के बारे में अपनी पत्नी से बात की नतीज़तन उसकी पत्नी प्रेमिका के साथ अनिल की शादी के लिए तैयार हो गई। तीनों परिवारों के बीच बैठकों का दौर चला और यह तय किया गया कि अनिल की फिर से शादी की जाएगी और इस बार दुल्हन एक नहीं बल्कि दो होगी।

पारिवारिक रजामंदी के बाद सामाजिक रीति रिवाज के साथ एक ही मंडप में अनिल ने दोनों से शादी की। पहली पत्नी और उसकी प्रेमिका दोनों को दुल्हन बनाकर बैठाया गया और अनिल ने अग्नि को साक्षी मानकर दोनों को जीवनसाथी के रूप में स्वीकार किया।

आपको बता दें कि भारतीय कानून के अनुसार कोई भी शादीशुदा हिन्दू लड़का पहली पत्नी को बिना तलाक दिए दूसरी शादी नहीं कर सकता।दो दुल्हन के साथ शादी करने वाला अनिल पैंकरा सीआरपीएफ का जवान है फिलहाल उसकी पोस्टिंग बनारस इलाके में हैं।छुट्टियों में वह अपने घर बगडोल आया हुआ है।इस दौरान शादी का कार्यक्रम सम्पन्न किया गया है।

हांलाकि एक मंडप में एक दूल्हे से दो दुल्हन की इस शादी की चर्चा खूब हो रही है।कोई इसे अमर प्रेम की संज्ञा दे रहे हैं तो कोई इसे विधि विरुद्ध बता रहे हैं।फिलहाल 18 मई को हुए इस शादी का उत्सव अब तक गाँव में चल रहा है ..देखना दिल्चस्प होगा की अनिल दो पत्नियों के साथ अपनी जिम्मेदारी कैसे निभा पाता है ...?
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