रायपुर(पत्रवार्ता.कॉम) छतीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद पिछले 72 घंटों से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जहाँ कांग्रेस मुख्यमंत्री के नाम को लेकर एकमत नहीं हो पाई है वहीँ वरिष्ठता के आधार पर अब मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद भी शुरू कर दी गई है।
आपको बता दें कि जशपुर जिले की तीनों विधानसभा सीट पर बीजेपी के अभेद गढ़ को भेदने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता रामपुकार सिंह पिछले 35 वर्षों तक पत्थलगाँव के विधायक रह चुके हैं वहीँ कांग्रेस शासन में खनिज व जनसंपर्क मंत्री भी रह चुके हैं । आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आदिवासी वोट बैक को साधने की कोशिस में माना जा रहा है कि रामपुकार सिंह को बड़ी जिम्मेदारी सौपी जा सकती है।
लोग जहाँ आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में इन्हें सबसे आगे देख रहे थे वहीँ केन्द्रीय नेतृत्व से पिछड़े वर्ग के वोट बैंक साधने की कोशिस में उसी वर्ग से मुख्यमंत्री का चेहरा सामने लाने की खबर है।पत्थलगाँव जशपुर की जनता समेत लगभग 3 दर्जन से अधिक विधायकों का साथ रामपुकार को मिला हुआ है।जिनके द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि रामपुकार को महत्वपूर्ण पद से नवाजा जाए।
फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष को लेकर सुगबुगाहट तेज है पर रामपुकार सिंह व समर्थक चाह रहे हैं की उन्हें उपमुख्यमंत्री व मंत्री पद पर स्थान मिले।दावेदारों की फेरहिस्त लम्बी है लिहाजा अनुभव और वरिष्ठता का सम्मान करते हुए कयास लगाये जा रहे हैं कि सीएम के फैसले के बाद जल्द ही उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलेगी।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव शेखर त्रिपाठी ने बताया कि मुख्यमंत्री घोषणा के साथ ही पुरे प्रदेश में जश्न मनाया जाएगा जिसके लिए व्यापक तैयारी की जा रही है।
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