कांसाबेल,टीम पत्रवार्ता,25 फ़रवरी 2020
जशपुर के कांसाबेल विकासखंड के साजापानी पंचायत में उपसरपंच के चुनाव में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है।एक पंच को चप्पल जूतों की माला पहनाई गई और पुरे गाँव में घुमाया गया वह भी बाकायदा बाजे गाजे के साथ।इस पंच की गलती बस इतनी थी कि उसने उपसरपंच प्रत्याशी को वोट नहीं दिया। बताया जा रहा है कि पुरे मामले की शिकायत कांसाबेल थाने में हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार 24 फ़रवरी को उपसरपंच के चुनाव के लिए साजपानी पंचायत से दो लोगों ने उम्दमीवारी की थी जिसमें उमेश यादव की जीत हुए वहीँ रामकुमार बघेल की हार हुई।ख़ास बात यह है कि जिस पंच के साथ ऐसी हरकत हुई उसने किसी प्रत्याशी को वोट नहीं दिया।वह इतना डरा हुआ था कि वह मतदान केंद्र तक भी नहीं आया।जब उसने वोट नहीं दिया और उमेश यादव की जीत हो गई तो विरोधी प्रत्याशी के समर्थन इस पंच को ढूँढना शुरू कर दिए।
आज सुबह वार्ड 11 के लोगों ने वोट न देने वाले पंच को ढूंढ़कर निकाला और उसे जुते चप्पल की माला पहनाकर सरेआम पुरे गाँव में घुमाया।जब पंच को जूते चप्पल की माला पहनाकर घुमाया जाने लगा तो शर्म से उसने चपलों की माला गले से निकालकर हाथ में पकड़ ली और गाजे बाजे के साथ वार्ड के लोगों ने उसका जुलुस निकाल दिया वह मजबूर पंच अपनी जान के डर से यूँ ही घूमता रहा।
भीड़ के आक्रोश से मजबुर पंच अपनी जान बचाने के डर से यूँ ही घूमता रहा।मामले की जानकारी जब उपसरपंच को हुई तो तहसीलदार समेत कांसाबेल थाने को उन्होंने जानकारी दी जहाँ से कोई सहयोग नहीं मिला और कांसाबेल थाना में रिपोर्ट कराने की बात कही गई। इसके बाद उन्होंने कुनकुरी एसडीओपी को फोन के माध्यम से सूचित किया जिसपर कुनकुरी एसडीओपी ने एक्शन लेते हुए मामले की जाँच शुरू कर दी।
एसडीओपी ने दोनों पक्षों ओ बुलाकर कार्रवाई करनी शुरू कर दी जिसके बाद ग्रामीणों को अपनी गलती का एहसास हुआ और वे पीड़ित पंच से समझौते के लिए दबाव बनाने लगे।जिसपर पीड़ित पंच ग्रामीणों के भय से राजीनामे के लिए तैयार हो गया जिसके बाद इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों ने पीड़ित पंच से माफ़ी भी मांगी।
फिलहाल जिल में मानवता को शर्मसार करने वाले इस मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
फिलहाल जिल में मानवता को शर्मसार करने वाले इस मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
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