जशपुर(पत्रवार्ता.कॉम) पूर्व जनसंघ के नेता व मीसाबंदी केदारनाथ गुप्ता का आज जिला अस्पताल के आईसीयू में निधन हो गया जिससे पूरा जशपुर शोकमय हो गया है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही प्रदेश के विकासपुरुष मुख्यमंत्री डा रमन सिंह जशपुर विकास यात्रा के दौरान पूर्व जनसंघ के नेता व मीसाबंदी केदारनाथ गुप्ता से मिलने उनके घर पंहुचे थे और .गंभीर बीमारी से ग्रसित श्री गुप्ता उन्हें देखकर गदगद हो गए थे,सीएम ने उन्हें जल्द स्वस्थ होने की शुभकामना दी थी ।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही प्रदेश के विकासपुरुष मुख्यमंत्री डा रमन सिंह जशपुर विकास यात्रा के दौरान पूर्व जनसंघ के नेता व मीसाबंदी केदारनाथ गुप्ता से मिलने उनके घर पंहुचे थे और .गंभीर बीमारी से ग्रसित श्री गुप्ता उन्हें देखकर गदगद हो गए थे,सीएम ने उन्हें जल्द स्वस्थ होने की शुभकामना दी थी ।
उल्लेखनीय है की 25 मई 1940 को जन्मे केदारनाथ गुप्ता शुरू से ही नेतृत्वकर्ता रहे देश सेवा के साथ संगठन को सुदृढ़ रखने में उन्होंने महति भूमिका निभाई है।1968 में जनसंघ के सदस्य होने के साथ मंडल अध्यक्ष रह चुके श्री गुप्ता 1974 में नगर पालिका के सदस्य भी रह चुके हैं।जनसंघ के बाद से बीजेपी की बागडोर सम्हालने वाले व्यक्तियों में से एक हैं श्री गुप्ता जिन्हें आज भी लोग संरक्षक के रूप में सम्मानित करते हैं।वे जितने समाजसेवी थे उतने ही सफल व्यवसायी भी थे।1987 से 2012 तक रौनियार समाज के अध्यक्ष पद पर उन्होंने सामाजिक सेवाएँ भी दी हैं।
आपातकाल में मीसाबंदी का कष्ट झेल चुके
श्री गुप्ता देश सेवा व् समाज सेवा की
भावना से हमेशा ओतप्रोत रहे।
लगभग 40 वर्षो की सक्रीय राजनीती
में उन्होंने कई मुकाम हासिल किये
वहीँ स्वर्गीय जूदेव के साथ कदम से कदम
मिलाकर सांस्कृतिक व संगठनात्मक
ढांचे को मजबूत करते रहे।
श्री गुप्ता देश सेवा व् समाज सेवा की
भावना से हमेशा ओतप्रोत रहे।
लगभग 40 वर्षो की सक्रीय राजनीती
में उन्होंने कई मुकाम हासिल किये
वहीँ स्वर्गीय जूदेव के साथ कदम से कदम
मिलाकर सांस्कृतिक व संगठनात्मक
ढांचे को मजबूत करते रहे।
आपातकाल के दौरान मीसाबंदी गिरफ्तारी के दौरान उन पर कई अन्याय किया गया था जिनके साथ बाला साहेब देशपांडे समेत अन्य साथियों के साथ उन्होंने गिरफ्तारियां दी थी।जब उन्हें जेल में बंद किया गया था तब जशपुर में जेल नहीं थी उन्हें व उनके दर्जनों साथियों को रायगढ़ जेल ले जाया गया था जहाँ विपरीत परिस्थितियों में उन्हें कष्ट साध्य जीवन गुजारना पड़ा था।
जनसंघ के समय बीजेपी की स्थापना से पहले व बाद में सच्चे सिपाही के रूप में इन्होने अपनी सेवाएँ दी हैं जिसे सभी हमेशा याद रखेंगे।
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जब सीएम पहुंचे मीसाबंदी केदार नाथ गुप्ता के घर
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जब सीएम पहुंचे मीसाबंदी केदार नाथ गुप्ता के घर
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