बिलासपुर,टीम पत्रवार्ता,29 जून 2022
योगेश थवाईत
ऑपरेशन आहट के तहत आरपीएफ बिलासपुर द्वारा दो मानव तस्करों से 2 महिलाओं को उनके चंगुल से छुड़ाते हुए दोनों आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की गई है। दोनों महिलाएं रायगढ़ व जशपुर जिले की हैं जिन्हे मानव तस्कर बेचने के लिए जयपुर राजस्थान ले कर जा रहे थे।
उल्लेखनीय है कि डीजी आरपीएफ के निर्देशानुसार, बिलासपुर संभाग के सभी पदों पर मानव तस्करी विरोधी कार्य दल गठित किए गए हैं, जिनके कार्य की नियमित रूप से एवं कड़ी निगरानी पीसीएससी/एसईसीआर एएन सिन्हा द्वारा की जाती है।
यह था मामला
दिनांक 28.06.2022 को जब आरपीएफ अनूपपुर टास्क टीम ट्रेन नंबर 18207 (दुर्ग अजमेर एक्सप्रेस) पर गश्त कर रही थी, टीम के सदस्य कांस्टेबल मनोज सिंह और सीएस कौशिक ने 2 पुरुषों के साथ 2 महिलाएं घबराई हुई मिलीं। स्थिति पर संदेह होने पर टीम के सदस्यों ने प्रारंभिक जांच के बाद चारों यात्रियों को अनूपपुर स्टेशन पर उतार दिया।आरपीएफ अनूपपुर एमएल यादव ने एएसआई मुन्नी बाई और महिला कांस्टेबल अर्चना बैस की उपस्थिति में दोनों महिलाओं की काउंसलिंग की, जिस पर उन्होंने बताया कि उन्हें नहीं पता कि वे कहां जा रही हैं और उनकी सहमति के बिना 2 पुरुषों द्वारा ले जाया जा रहा है।साथ ही, उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता को उनकी यात्रा के बारे में जानकारी नहीं थी और वे रायगढ़ और जशपुर जिलों में अपने-अपने घरों में वापस जाना चाहती हैं।
आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होंने आरपीएफ को बताया कि वे जयपुर, राजस्थान में महिलाओं को 20,000 रुपये में बेचने की योजना बना रहे थे।
तत्काल, आईपीएफ अनूपपुर ने सीनियर डीएससी बिलासपुर ऋषि शुक्ला से संपर्क किया जिन्होंने मामले के संबंध में एसआरपी जबलपुर और रायगढ़ पुलिस से संपर्क किया।एसपी रायगढ़ ने मामला संख्या 109/2022 के तहत आईपीसी की धारा 363 के तहत आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया और एलपीएस धर्मजयगढ़ से एक पुलिस टीम भेजी।
सीनियर डीएससी बिलासपुर ऋषि शुक्ला ने बताया कि पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों हीरालाल चौहान, निवासी पत्थलगांव,जिला जशपुर व देवलाल तिग्गा,निवासी धरमजयगढ़,जिला रायगढ़ को हिरासत में ले लिया गया है।आईपीसी की धारा 363 के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। वहीँ महिलाओं को उनके गृहग्राम भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
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