... सात लाख रुपए में आई थाईलैंड वाली कॉलगर्ल,कोरोना से हुई थी युवती की मौत,बड़ा सवाल इस कोविड काल में विदेशी कॉल गर्ल किसकी सरपरस्ती में भारत पंहुची,कौन हैं इसके पीछे ....?

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सात लाख रुपए में आई थाईलैंड वाली कॉलगर्ल,कोरोना से हुई थी युवती की मौत,बड़ा सवाल इस कोविड काल में विदेशी कॉल गर्ल किसकी सरपरस्ती में भारत पंहुची,कौन हैं इसके पीछे ....?

 

न्यूज डेस्क,टीम पत्रवार्ता

यूपी के समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने ट्वीट कर भेद खोल दिया है। विदेशी कॉल गर्ल मंगाने वाला अय्याश और कोई नहीं बल्कि लखनऊ के धन पशु संजय सेठ का बेटा है।

इस अय्याश के पिता संजय सेठ की पीएम मोदी के साथ की तस्वीर भी आईपी सिंह ने ट्वीट किया है। साथ ही यूपी पुलिस को चैलेंज किया है कि क्या उसमें इस अय्याश के ख़िलाफ़ कार्रवाई की हिम्मत है।

देखें ट्वीट-


लखनऊ : सपा प्रवक्ता ने ट्वीट के ज़रिए लगाया राज्यसभा सांसद सेठ पर गंभीर आरोप।

कोरोना काल में भाजपा के राज्यसभा सांसद संजय सेठ के बेटे की अय्याशी में नहीं आई कोई कमी।

राज्यसभा सांसद संजय सेठ के बेटे ने सात लाख रुपये देकर थाईलैंड से बुलाई काल गर्ल।

थाईलैंड से बुलाई गई कॉल गर्ल की कोरोना संक्रमण से हुई थी मौत।

लखनऊ कमीशनरेट पुलिस अब खंगाल रही है तार की आख़िर कैसे चल रहा विदेशी काल गर्ल का नेटवर्क।

पुलिस राजस्थान के ट्रैवेल ऐजेंट की तलाश में, लेकिन राजधानी मे अपनी अय्याशी के लिए बुलाने वाले राज्यसभा सांसद संजय सेठ का बेटा अभी भी पुलिस की जद से बाहर।

10 दिन तक काल गर्ल थी लखनऊ में मौजूद, सम्पर्क में आने वाली का पुलिस लगा रही पता।

काल गर्ल को लखनऊ बुलाने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद संजय सेठ के बेटे से अभी तक नहीं हुई कोई पूछताछ।


दिलीप मंडल-

कोरोना काल में भी नीचता जारी है। बड़े बड़े सेठ-साहूकार थाइलैंड से लड़की लखनऊ ले आए। अपराधियों को इतना कॉन्फ़िडेंस कहाँ से आ रहा है? ट्रैवल पर तो रोक है। कौन हैं जो नियम क़ानून से ऊपर है? कौन हैं लखनऊ का “रसूखदार” बिल्डर जिसकी बात मीडिया बहुत सहम कर रहा है?


ज्ञात हो कि लखनऊ के बड़े व्यापारी संजय सेठ के बेटे ने 7 लाख खर्च करके थाईलैंड से 10 दिन पहले ही कॉल गर्ल बुलाई। लखनऊ आने के 2 दिन बाद ही वो कोरोना संक्रमण की चपेट से बुरी तरह बीमार पड़ गई।रइसजादे ने इस बात की सूचना थाईलैंड एम्बेसी को दी। एम्बेसी के हस्तक्षेप के बाद कॉल गर्ल को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 3 मई को उसकी मौत हो गयी।
कॉल गर्ल की मौत के बाद शव के हैंडओवर और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में राजधानी की विभूतिखण्ड पुलिस जद्दोजहद में फंसी रही। पुलिस ने थाईलैंड एम्बेसी में संपर्क करके उसके परिजनों तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन सफलता हाथ नहीं लग सकी। मजबूरन राजधानी पुलिस ने एजेंट सलमान की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार करवा दिया। इसी एजेंट सलमान के सहारे कॉल गर्ल भारत आई थी।

लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा लिखते हैं-

जब सब कुछ बंद है तो थाईलैंड से व्यापारी का बेटा एक लड़की को बुलाता है ! थाईलैड से लड़की क्यों बुलायी जाती है किसी को बताने की ज़रूरत नहीं ! लड़की कोरोना की चपेट में आ जाती है और अस्पताल में मर जाती है ! जिस समय अस्पताल में बेड नहीं मिल रहे उस समय इसी व्यापारी पुत्र के जलवे के कारण लोहिया में बेड मिल जाता है !सुना है व्यापारी का पिता अरबपति हैं और राजनैतिक रूप से बहुत प्रभावशाली तो मामले को रफ़ा दफ़ा करने की तैयारी चल रही है !

साभार : https://www.bhadas4media.com/

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