... ब्रेकिंग पत्रवार्ता : कोविड के "हाईरिस्क" मरीज ने नर्स के साथ किया "हाईवोल्टेज ड्रामा",इंजेक्शन लगाने को लेकर नर्स के साथ "गाली-गलौज",जब डॉक्टर तक पंहुची बात तो परिजनों को देना पड़ा " हलफनामा" ...जिसमें मरीज के परिजनों ने लिखी ये बात.....?

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ब्रेकिंग पत्रवार्ता : कोविड के "हाईरिस्क" मरीज ने नर्स के साथ किया "हाईवोल्टेज ड्रामा",इंजेक्शन लगाने को लेकर नर्स के साथ "गाली-गलौज",जब डॉक्टर तक पंहुची बात तो परिजनों को देना पड़ा " हलफनामा" ...जिसमें मरीज के परिजनों ने लिखी ये बात.....?

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,16 मई 2021

BY योगेश थवाईत

जशपुर के लाइवलीहुड कोविड केयर सेंटर में उस वक्त हंगामा खड़े हो गया जब एक हाईरिस्क मरीज ने नर्स के साथ बदतमीजी करते हुए उसे गाली गलौज देते हुए अपमानित किया।नर्स पूरी निष्ठा से मरीज का ईलाज कर रही थी जब मरीज ने उसके साथ अपशब्दों का प्रयोग किया तो वह काफी दुःखी हुई।घटना के बारे में तत्काल उसने मौके पर उपस्थित डॉक्टर को सारी जानकारी दी।

मामला शनिवार शाम 6 बजे का है जब डाक्टर राउंड में जशपुर के लाइवलीहुड कोविड केयर सेंटर पंहुचे थे।इस दौरान मरीजों का ब्लड प्रेशर,शुगर,ऑक्सीजन लेबल व अन्य जांच रिपोर्ट लेकर नर्स के द्वारा चिकित्सक को दिखाया गया।

जिसमें महमूद कुरैशी का ब्लड शुगर काफी बढ़ा हुआ था और उसे हाईरिस्क में रखा गया था।मरीज की रिपोर्ट के आधार पर राउंड में पंहुचे चिकित्सक द्वारा शुगर नार्मल करने व अन्य उपचार के लिये कुछ इन्जेक्शन दिया गया।जिसे कंट्रोल रुम से तैयार कर नर्स के द्वारा मरीज को देने के लिए भेजा गया।

यहां इंजेक्शन देखते ही मरीज दवा लेकर पंहुची नर्स पर भड़क उठा और कहने लगा कि मैं इतना बीमार हूं क्या जो मुझे ये सब दवाईयां इंजेक्शन दे रहे हो।उसने ईलाज कराने से मना किया और नर्स को गंदी गालियां देने लगा।

नर्स ने बाहर आकर डॉक्टर को सारी बात बताई।इस दौरान मरीज के कुछ परिजन भी वहां पंहुच गए और मरीज को ले जाने की बात कहने लगे।जिसपर डॉक्टर ने कहा कि वे लिखित में दे दें कि हम मरीज का ईलाज यहां नहीं कराना चाहते हैं अपने रिस्क पर हम मरीज को बाहर ले जा रहे हैं।

मरीज के अन्य परिजनों ने बाहर ले जाने से मना किया और वहीं ईलाज कराने की बात कही।जिसपर चिकित्सक ने परिजनों से शपथपत्र मांग लिया। जिसमें मरीज के परिजन मकबूल कुरैशी,मोबिन खान व पुत्र मंजूर कुरैशी ने लिखा है कि उन्होंने अपने मरीज को समझा दिया है कि जो नर्स के साथ उनके मरीज ने दुर्व्यवहार बदतमीजी किया है वह आगे से नहीं होगा।गलती के लिये उन्होंने माफी भी मांगी है।यह भी कहा है कि डॉक्टर के ईलाज पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।अगर फिर से ऐसी गलती होती है जो जवाबदारी उनकी होगी।

फिलहाल डॉक्टर द्वारा मरीज का ईलाज किया जा रहा है।जब मामले में पत्रवार्ता ने चिकित्सक लक्ष्मीकांत आपट से बात की तो उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज को उसके रिपोर्ट के आधार पर मॉनिटर करना होता है।यदि मरीज दवा लेने से मना करे तो अन्य भर्ती मरीजों पर इसका गलत मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है।आवश्यक है कि मरीज चिकित्सक की सलाह माने और तत्परता से उनके मार्गदर्शन का ईलाज का लाभ लें।उक्त घटना को लेकर उन्होंने कहा कि नर्सों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाना चाहिए।


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