... व्यथा : "जब तहसीलदार के घर के सामने लग गई सब्जी मंडी"किसानों ने कहा सब्जी गाड़ी रोकेंगे तो वे अपनी सब्जी कहाँ बेचें,बीती रात रोकी गई थी सब्जी से लदी पिकअप,कलेक्टर ने कहा फल सब्जियों को परिवहन की अनुमति है।

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व्यथा : "जब तहसीलदार के घर के सामने लग गई सब्जी मंडी"किसानों ने कहा सब्जी गाड़ी रोकेंगे तो वे अपनी सब्जी कहाँ बेचें,बीती रात रोकी गई थी सब्जी से लदी पिकअप,कलेक्टर ने कहा फल सब्जियों को परिवहन की अनुमति है।

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,01 मई 2021

जिले के बगीचा में बीती रात करेला व खीरा से लदे एक पिकअप वाहन को रोककर 3 घंटे खड़े करने के बाद क्षेत्र के किसान आक्रोशित हो गए हैं।सुबह तहसीलदार के घर के सामने कुछ किसानों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सब्जियों को उनके घर के सामने ही गिरा दिया।किसानों ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के सख्त रवैये के कारण अब कोई महाजन सब्जी लेने के लिए अपनी गाड़ी नहीं भेज रहा।ऐसे में वे अपनी सब्जियों को कहां ले जाएं।

कल रात को सब्जी से लदे पिकअप वाहन को रोककर खड़ा कर दिया गया और 3 घंटे बाद कहा गया कि चले जाओ ऐसे में 3 घंटे के अंतराल के कारण सुबह की मंडी फेल हो गई और गाड़ी पूरी रात तहसीलदार के घर के सामने खड़ी रही।

मामला बगीचा का है जहां बीती रात 8 बजे के आसपास एक पिकअप टटकेला से खीरा व करेला लोड कर जशपुर के रास्ते धनबाद की ओर जा रही थी।शरबकोम्बो के पास वह पिकअप खराब हो गई जिसके बाद दूसरे पिकअप में सब्जियों को शिफ्ट किया जा रहा था।पिकअप वाहन CG14MP 0793 में सब्जियां लद चुकी थीं।

चालक गोविंदा यादव ने बताया कि इस दौरान बगीचा तहसीलदार मौके पर पंहुचे और सब्जियों का बिल मांगने लगे तो चालक ने कहा कि किसानों का माल है साहब इसका बिल नहीं है।सब्जियों को मंडी लेकर जा रहे हैं।तब तहसीलदार ने गाड़ी को थाना में खड़े करने की बात कही।चालक को थाने की जानकारी नहीं थी तो उसने तहसीलदार के गाड़ी के पीछे अपनी सब्जी से लदी गाड़ी लगा दी और तहसीलदार के घर के सामने गाड़ी खड़े कर दी।

इस दौरान चालक द्वारा कई बार कहा गया कि कच्चा माल है साहब मंडी पकड़ना है।अगर सुबह तक नहीं पंहुचे तो सारी सब्जियां खराब हो जाएंगी।इस मान मनौवल में लगभग 3 घंटे बीत गए और मंडी का समय भी छूट गया।रात 11 बजे तहसीलदार ने उन्हें कहा कि चले जाओ।

चूंकि मंडी का समय खत्म हो चुका था इसलिए गाड़ी रातभर तहसीलदार बंगले के सामने ही खड़ी रही।सुबह जब किसानों को पता चला कि उनका माल मंडी नहीं पंहुचा है तो लगभग 8-10 किसान तहसीलदार के घर पंहुच गए जहां सब्जी गाड़ी खड़ी देख वे आक्रोशित हो गए।

आपको बता दें कि बगीचा क्षेत्र से 15 से 20 टन खीरे व करेले का प्रतिदिन उत्पादन होता है।यहां की सब्जियां उड़ीसा, कलकत्ता,यूपी,बिहार और झारखंड तक जाती हैं।ऐसे में स्थानीय प्रशासन के सख्त रवैये ने किसानों का हौसला पस्त कर दिया है और अब कोई व्यापारी भी अपनी गाड़ी भेजने से डर रहे हैं।

किसानों की मांग है कि सब्जियों की गाड़ियों को न रोका जाए ताकि इस कोरोना काल मे उन्हें नुकसान न उठाना पड़े।

"जब मामले में तहसीलदार टीडी मरकाम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सब्जियों की किसी गाड़ी को नहीं रोका गया है।"

जिला कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि फल व सब्जियों से लदी गाड़ियों के लिए स्पष्ट निर्देश हैं कि उन्हें अनावश्यक न रोका जाए।फल व सब्जियों के परिवहन की अनुमति है।

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