योगेश थवाईत,जशपुर,छत्तीसगढ़,7000026456
जशपुर (पत्रवार्ता) जब सभ्य समाज भी अंधविश्वास की बेड़ियों में जकड़ जाए तब आप किसपर भरोसा करेंगे। अंध श्रद्धा निर्मूलन व अंधविश्वास के खिलाफ जिम्मेदारी निभाने वालों पर इन शिक्षित बेरोजगारों ने गहरा तमाचा जड़ दिया है।
जशपुर के अंतिम छोर पर बसे एक गाँव के शिक्षित बेरोजगार युवकों ने मिलकर एक व्यक्ति की निर्ममता से हत्या कर दी वह भी बस इसलिए की उन्हें शक था कि
मृतक कमिल टोप्पो जादू टोना
जानता है और उसने अपनी मन्त्र शक्ति
से पुरे गाँव को बाँध रखा है जिसके
कारण गाँव के कोई भी लड़का लड़की
आगे की पढाई नहीं कर पाते और
इसी कारण उनकी नौकरी भी नहीं लगती।
मामले का खुलासा तब हुआ जब जशपुर जिले के पुलिस कप्तान प्रशांत सिंह ठाकुर,एडिशनल एसपी उनैजा खातून अंसारी व एसडीओपी राजेन्द्र सिंह परिहार ने इस जादू टोने के शक में हुई हत्या के मामले की बारीकी से छानबीन की।
जानें क्या था मामला
दरअसल आस्ता थाने के अपराध क्रमांक 21/2018 धारा 302,201,120 (बी)34 भादसं व छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना अधिनियम 2005 की धारा4,5 के प्रकरण में पिछले 09 मई 2018 को मृतक कमिल टोप्पो व करमा राम निर्माणाधीन पुलिया में सामानों की सुरक्षा में लगे हुए थे।इसी दौरान आरोपी सचिव तिर्की,असीम एक्का व सुराग कुजूर वहां पंहुचे और शराब पीने का दभाव बनाने लगे।सामूहिक रुप से आये हुए देखकर उसके मन में भय व्याप्त हो गया और उसने मना कर दिया जिसके बाद वह वहां से भागने लगा।
रात्रि 11 बजे के आसपास हुई इस घटना में आरोपियों ने मृतक को लगभग 200 मीटर तक दौड़ाया और गमछे को गले से लपेटकर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं उन्होंने मिलकर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से गड्ढा खोदकर लाश को जमीदोंज कर दिया।इस पुरे घटना के प्रत्यक्षदर्शी करमा राम ने कई दिनों तक डर के कारण इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताया।जशपुर पुलिस द्वारा विवेचना के दौरान सारीं बात सामने आ गई।
शिक्षित बेरोजगारों की मूर्खतापूर्ण सोच
उक्त मामले में जब आरोपियों से पुछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मृतक कमिल टोप्पो मिर्गी की दवा जानता था और इलाज करता था उन्हें शक था कि उसने जादू टोना कर मन्त्र शक्ति से उनके गांव को बांध दिया है जिसके कारण उनके गाँव के लोग आगे पढाई नहीं कर पाते और उनकी नौकरी नहीं लगती।जिसके कारण उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से कमिल की हत्या कर दी।
"उक्त मामले में जिले के पुलिस अधीक्षक ने बताया की आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड में लिया गया है।प्रकरण में उप निरीक्षक एसआर भगत,सहायक उपनिरीक्षक मलिक राम चौहान,आरक्षक सहदेव सिंह सिदार,आरक्षक मोरिश किस्पोट्टा,प्रवीण टोप्पो,प्रशांत सिंह,प्रीतम टोप्पो,एचएस पैंकरा का विशेष योगदान रहा ।"
बहरहाल इस मामले को तो पुलिस ने सुलझा लिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया वहीँ इन आरोपियों के इरादों ने सभ्य समाज के सामने कई अनसुलझे सवाल खड़े कर दिए..जिसपर जमीनी कार्य करने के साथ समाज को नई दिशा देने की जरुरत है साथ ही सत्ता में बैठे उन रहनुमाओं को इस काबिल बनना चाहिए कि बेरोजगारी की समस्या से वे लड़ सकें ...।
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