पत्थलगांव( पत्रवार्ता.कॉम) बहुचर्चित एनएच 43 अभी बन भी नहीं पाया है वहीं सत्ताधारी दल के नेता के द्वारा पहले ही राशि के बंदरबाट की खबर आ रही है।
दरअसल मामला है NH-43 के मुआवजे की राशि का जिसमें कलेक्टर व एसडीएम ने बीजेपी के मीडिया प्रवक्ता पर एफआईआर दर्ज किये जाने का आदेश जारी किया है।
यह मामला पिछले कई दिनों से चल रहा था लेकिन नेताजी की रसूख के चलते पुलिस अधिकारी भी फूंक फूंक कर कदम रख रहे थे।अब इस मामले की जांच आगे बढ़ाते हुए पत्थलगांव के नये थानेदार ओपी ध्रुव ने शिकायतों की पूरी फाइल मंगाकर जांच तेज कर दी है।
क्या है मामला..?
पत्थलगांव के पुरानी बस्ती निवासी भाजपा नेता व पार्षद श्याम नारायण गुप्ता के साथ मोहिनी बाई फर्जी नाम सन्तोषी बाई पर आरोप है कि इन्होंने शिकायत कर्ता रोहिणी सिदार रामानुज व सन्तोषी बाई के नाम एनएच में गए जमीन का मुआवजा राशि 49 लाख 44 हजार 240 रु में से 25 लाख रु की हेराफेरी कर लिया है।
जब पीड़ितों को इसकी जानकारी बैंक से लगी तब इनके खिलाफ शिकायत किया गया। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि आईडीबीआई बैंक मैनेजर द्वारा भी आरोपियो के साथ साठ गांठ कर रकम हड़पी गई है।
राजस्व निरीक्षक पत्थलगांव द्वारा इसकी लिखित शिकायत थाना प्रभारी पत्थलगांव को किया है। जिसमें उल्लेख किया गया है कि आरोपियों द्वारा पीड़ितों को मिली मुआवजे की राशि में से 25 लाख रु धोखाधड़ी कर हड़प लिया गया है।
पीड़ितों द्वारा इसकी शिकायत राष्ट्रपति,राज्यपाल, मुख्यमंत्री,प्रधानमंत्री,अजजा आयोग के अध्यक्ष समेत गृहमंत्री,राजस्व मंत्री,विधायक पत्थलगांव,नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ,पुलिस महानिरीक्षक सहित एसपी जशपुर को भी लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई है।
पीड़ितों का आरोप है कि इसमें बैंक मैनेजर की भी मिली भगत है। वही भाजपा नेता पार्षद श्याम नारायण गुप्ता द्वारा अब पीड़ितों को अपने रसुख का धौंस दिखाकर धमकाने की भी खबर सामने आ रही है।अब तक कोई करवाई नहीं होने से पीड़ित पक्ष डरा हुआ है वहीं सियासत के रसूखदार बेखौफ घूम रहे हैं।
इस मामले में पत्थलगांव थाना प्रभारी ओमप्रकाश ध्रुव ने बताया कि कलेक्टर और एसडीएम द्वारा पूरे मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।
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