... "अजीत जोगी"-"एक अनकही कहानी" जानिए रेणु जोगी की कलम से।

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"अजीत जोगी"-"एक अनकही कहानी" जानिए रेणु जोगी की कलम से।

By योगेश थवाईत।
सियासत के समर में रेणु का साथ
"इसे कहते हैं सियासत"


बिलासपुर(पत्रवार्ता.कॉम)पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी व कोटा से काँग्रेस की वर्तमान विधायक रेणु जोगी जिनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कई अटकलें लगाई जाती हैं। बहुत ही जल्द उनकी इन अटकलों पर विराम लग सकता है।

दरअसल रेणु जोगी की जो राजनीतिक छवि है,वह किसी भी जल्दबाजी में अपने पत्ते पहले कभी नहीं खोलती। सही समय का इंतज़ार फिर प्रहार, शायद रेणु जोगी के राजनीति का यही तरीका है।

इस बार श्रीमती जोगी ने फिर ऐसा दांव चला है जिससे सियासतदानों में एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू हो गया है।

श्रीमती जोगी ने अपने पति,

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी 
के जीवन पर आधारित एक किताब 
लिखा है। जिसमें उनके बचपन से 
लेकर सफल राजनीतिज्ञ बनने तक 
के सफर का ज़िक्र है। इसके जरिये 
अजीत जोगी के जीवन के हर उस 
पहलू को सामने लाने की कोशिश है 
जिससे अब तक लोग अंजान हैं।

'अजीत जोगी....अनकही कहानी' किताब का नाम भी इसी आधार पर रखा गया है। 280 पेज के इस किताब को खुद रेणु जोगी ने लिखा है। जिसका विमोचन आगामी 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन करने की तैयारी है।

किताब को लेकर श्रीमती जोगी बतातीं हैं कि इसके जरिये लोग अपने लोकप्रिय व जननेता के जीवन से जुड़े हर छुए - अनछुए पहलूओं से रूबरू हो सकेंगे। रेणु जोगी से अजीत जोगी की मुलाकात कैसे हुई..? बात आगे कैसे बढ़ी..?कलेक्टर की नौकरी छोड़ किसके कहने पर जोगी ने 2 घण्टे के भीतर लिया राजनीति में आने का फैसला..? कौन हैं जोगी के राजनीतिक गुरु..? किस आदिवासी नेता के विकल्प के तौर पर जोगी को किया गया मजबूत..? किस नेता को जोगी मानते थे अपना सबसे बड़ा राजनीतिक प्रतिद्वंदी..? जूदेव के दौर वाली राजनीति क्यों थी जोगी के लिए सबसे रोमांचक.?काँग्रेस से दूरी व नयी पार्टी बनाने की क्या थी असल वजह..? 

फिलहाल जोगी के जेहन में जूदेव के दौर का रोमांच आज भी कायम है वे कहते हैं कि उस दौर की राजनीति रोमांचक थी अब राजनीति में वह रोमांच नहीं रह गया।इसके साथ ही हर सवाल का जवाब 'अजीत जोगी.. अनकही कहानी' में मिलने वाला है।

बहरहाल, जब प्रदेश में सियासत पूरे चरम पर है, आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियाँ गुणा-भाग में लगीं हैं। ऐसे समय में रेणु जोगी की ये किताब जहां कई अनसुलझे सवालों का जवाब देगी वहीं नए राजनैतिक परिदृश्य को तैयार करने के लिए आग में घी का काम करेगी।

इससे न केवल नई संभावनाओं का जन्म होगा बल्कि राजनीति में रेणु जोगी के साथ से अजीत जोगी की किस्मत फिर से बुलंदी की ओर अपना रुख तय करेगी।

अब देखना दिलचस्प होगा कि अपने जीवन से युद्ध करने वाले जोगी को इस राजनैतिक समर में कैसी जीत मिल पाती है।

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