जशपुर/पत्थलगाँव (पत्रवार्ता.कॉम)बीते दिनों पत्थलगाँव राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 43 की दुर्दशा को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सांसद रणविजय सिंहदेव ने सीएम को पत्र लिखकर विकास यात्रा के तीसरे चरण में सड़क मार्ग से पत्थलगाँव आने का न्योता दिया था।
जिसके बाद प्रदेश स्तर पर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 43 के निर्माण की जुबानी कवायद शुरू कर दी गई फिलहाल बारिश का हवाला देते हुए कोई काम शुरु नहीं किया जा सका है।ऐसे में सीएम के सड़क मार्ग से आने का सवाल ही नहीं उठता। ऐसे में एक बार फिर से पत्थलगाँव के लोगों को निराशा हाथ लगी है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 6 सितम्बर को सीएम के पत्थलगाँव आने का कार्यक्रम तय था जिसमे संशोधन करते हुए उसे बगीचा कर दिया गया है।अब सीएम पत्थलगाँव की खराब सड़क की यात्रा नहीं करेंगे बल्कि बगीचा के खुडिया से आशीर्वाद लेकर विकास यात्रा के तीसरे चरण में जनसमर्थन जुटाएंगे।
जिसके बाद प्रदेश स्तर पर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 43 के निर्माण की जुबानी कवायद शुरू कर दी गई फिलहाल बारिश का हवाला देते हुए कोई काम शुरु नहीं किया जा सका है।ऐसे में सीएम के सड़क मार्ग से आने का सवाल ही नहीं उठता। ऐसे में एक बार फिर से पत्थलगाँव के लोगों को निराशा हाथ लगी है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 6 सितम्बर को सीएम के पत्थलगाँव आने का कार्यक्रम तय था जिसमे संशोधन करते हुए उसे बगीचा कर दिया गया है।अब सीएम पत्थलगाँव की खराब सड़क की यात्रा नहीं करेंगे बल्कि बगीचा के खुडिया से आशीर्वाद लेकर विकास यात्रा के तीसरे चरण में जनसमर्थन जुटाएंगे।
दरअसल पत्थलगाँव का पहला चुनावी मुद्दा राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 43 है जिसे लेकर यहाँ के नागरिकों में ख़ासा रोष व्याप्त है जिसका भयंकर दुष्परिणाम आगामी विधानसभा में सत्ताधारी दलों को झेलना पड़ सकता है।
पत्थलगाँव से जशपुर तक सड़क की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है ...सड़क निर्माण में कोताही बरतने वाले कम्पनी की 20 करोड़ की राशि राजसात करने की बात लोक निर्माण विभाग के मंत्री ने कर दी जिसपर अब तक कुछ नहीं हुआ वहीँ उसी कम्पनी के अधीन किसी दुसरे को काम दे दिया गया जिसमे अब तक नील बटे सन्नाटा है।
बीते पांच वर्षों में पत्थलगाँव की जनता को सत्ताधारी दलों से खासी अपेक्षा थी जिसपर पानी फिर गया अब तो समय भी बीत गया ....सीएम के आने से कुछ आस जगी थी अब उनका आना भी कैंसल ...रही सही कसर भी ख़त्म हो गई
बहरहाल अब देखना दिलचस्प होगा की सीएम के पत्थलगाँव दौरे को बदलकर बगीचा किये जाने से पत्थलगाँव की जनता इसे किस रुप में देखती है वहीँ बगीचा के सन्ना को ब्लाक बनाये जाने की मांग,खुडिया अस्तित्व की मांग पर सीएम के रुख का इंतज़ार सभी को है।
0 Comments