बिलासपुर(पत्रवार्ता.कॉम):-यूजी सी ने उन अफवाहों को झूठा करार दिया है, जिनमें देश की 35 यूनिवर्सिटियों के ओपन कोर्सेज की मान्यता रद्द होने की खबरें उड़ाई गई थीं। यूजीसी ने अपनी वेबसाइट में साफ किया है कि 2018-19 में ओपन यूनिवर्सिटी को मान्यता देने संबंधित प्रक्रिया जारी है और किसी भी यूनिवर्सिटी की मान्यता अभी तक रद्द नहीं की गई है।
यूजीसी ( मुक्त विश्वविद्यालय 2017) के नियमों के तहत मान्यता वहां चल रहे प्रोग्राम को दिया जाना है न की यूनिवर्सिटी को, और यह कई चरणों में होने वाली प्रक्रिया है। इसके साथ यूजीसी ने आगे की भी पूरी प्रक्रिया को स्पष्ट किया है ।
बता दें कि एक-दो दिन पहले देशभर की ओपन यूनिवर्सिटियों की मान्यता खत्म होने संबंधित खबरें जोर-शोर से चलाई जा रही थीं। इसमें प्रदेश की भी दो ओपन यूनिवर्सिटी डॉ. सीवी रमन और मैट्स का नाम भी लिया जा रहा था। साथ ही सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय को भी केवल बीए की मान्यता होने की खबरें प्रसारित की गई थीं।
प्रदेश के लाखों छात्र हो रहे थे बेवजह परेशान प्रदेश में चल रहे 3 मुक्त विश्वविद्यालय सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय कोनी बिलासपुर, डॉक्टर सी वी रमन यूनिवर्सिटी कोटा बिलासपुर और मैट्स यूनिवर्सिटी रायपुर में चल रहे प्रोग्राम में प्रदेश के लाखों छात्र अध्ययनरत हैं और जैसे ही विश्वविद्यालय की मान्यता रद्द होने की भ्रामक खबर मीडिया में चली।
वैसे ही प्रदेश के लाखों छात्र और उनके परिजन बुरी तरह परेशान होने लगे क्योंकि यह सीधा–सीधा उनके भविष्य से जुड़ा हुआ मामला है और ऐसी स्थिति में विश्वविद्यालय से ज्यादा प्रभावित ये छात्र होते।
अब यूजीसी के इस पत्र से पूरी तरह स्पष्ट है कि किसी भी विश्वविद्यालय की मान्यता रद्द नहीं की गई है और इस संबंध में किसी भी छात्र को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। इस पत्र की पुष्टि स्वयं छात्र यूजीसी की वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं।
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