बिलासपुर(पत्रवार्ता.कॉम) प्रदेश में शराबबंदी नहीं किए जाने के बयान के बाद मंत्री अमर अग्रवाल एकबार फिर विपक्ष के निशाने पर हैं। पीसीसी प्रवक्ता शैलेश पांडेय ने अमर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि
जबकि यह काम सरकार को स्वयं करके छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना चाहिए। लेकिन कमीशन के चक्कर मे शराब के काम को सरकार स्वयं करने में जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि मंत्री अमर अग्रवाल को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा शराब का वितरण नहीं किया जाएगा और निष्पक्ष तरीके से चुनाव होंगे।
शैलेष ने कहा कि सूबे के मुखिया ने भी सार्वजनिक तौर पर कहा है कि सरकार के मंत्री एक साल कमीशन ना खाएं तो सरकार फिर से बन जाएगी। लगता है सरकार को शराब बेचने से भी मोटा कमीशन मिलता होगा। यही कारण है कि सरकार शराब बंदी का फैसला नहीं ले पा रही है और शराब बेचने में मदमस्त है।
"सरकार स्वयं शराब बेचकर
प्रदेश की जनता को शराबी बना रही है
और उन्हें मौत के मुंह मे धकेल रही है।
दूसरी तरफ बड़े उद्योग धंधे,स्वास्थ्य,आवास,
खनिज, संचार,रोजगार जैसी चीजों का निजीकरण हो रहा है
जो अनैतिक व छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ छलावा है। "
जबकि यह काम सरकार को स्वयं करके छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना चाहिए। लेकिन कमीशन के चक्कर मे शराब के काम को सरकार स्वयं करने में जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में शराब क्यों बंद नहीं करना चाहती, इस बात को जनता के सामने स्पष्ट करना चाहिए। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में प्रदेश को शराब मुक्त करने का वादा किया था, लेकिन 15 साल के शासन के बाद भी अब तक सरकार यह कदम नहीं उठा सकी है।
शैलेष ने कहा कि सूबे के मुखिया ने भी सार्वजनिक तौर पर कहा है कि सरकार के मंत्री एक साल कमीशन ना खाएं तो सरकार फिर से बन जाएगी। लगता है सरकार को शराब बेचने से भी मोटा कमीशन मिलता होगा। यही कारण है कि सरकार शराब बंदी का फैसला नहीं ले पा रही है और शराब बेचने में मदमस्त है।
0 Comments