... बुलंद हौसले ही मंजिल का पता देते हैं क्या है उस मंजिल की पूरी कहानी

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बुलंद हौसले ही मंजिल का पता देते हैं क्या है उस मंजिल की पूरी कहानी

कभी 25 हजार थी सालाना कमाई, अब हर महीने मिलते हैं 25 हजार 
रायपुर/जशपुर(योगेश थवाईत) परेशानियां हर किसी के जीवन में आती है,जिसका मुकाबला उस जज्बे व आत्मविश्वास के साथ कुछ लोग ही कर पाते हैं जिस जज्बे को जोईलिना तिर्की ने सच कर दिखाया.जिले के कांसाबेल जनपद पंचायत के ग्राम जुमईकेला की जोईलीनाको न केवल मुख्यमंत्री कौशल विकास से अपने परिवार की मदद करने का सहारा मिला बल्कि अब वह उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर होते हुए अपने सपनों को ऊँची उड़ान भी दे रही है।

फिलहाल जोईलिना ग्रेटर नोयडा स्थित एक संस्था में कार्यरत हैं जहाँ उसने अपनी बहनों को भी  मुख्यमंत्री कौशल विकास में प्रशिक्षण दिलाकर उन्हें भी यहीं पदस्थ कराया है.अपनी सफलता को लेकर उन्होंने बताया की मुकाबला करने वालों को ही सफलता मिलती है.

कुमारी जोईलीना के परिवार में उसकी माता,दो बहन और एक भाई है।जोईलीना ने बताया कि जब वह नवमी कक्षा में थी तब उसके पिताजी की मृत्यु हो गई थी।उसने बताया कि 12 वीं तक की पढ़ाई निःशुल्क करने के बाद उसे पढ़ाई के लिए दिक्कत होने लगी थी।सिर्फ कृषि आय होने के कारण घर की माली हालत भी ठीक नहीं थी।प्रेरक के माध्यम से जानकारी मिली की मुख्यमंत्री कौशल विकास में प्रशिक्षण के उपरांत नौकरी मिल जाती है। तब जोईलीना ने ठान लिया की वह अब इस नौकरी को पाएगी। नौकरी के साथ अपने पढ़ाई के सपने को भी पूरा करेगी।

जोईलीना ने मई 2017 में रायपुर जाकर 6 माह का प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण के पश्चात् उसने इन्टरव्यू और परीक्षा भी निकाला। अब वह नोयडा में कार्यरत है.उसने बताया कि नोयडा में उसे 9 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जा रहा है।उसने बताया कि अब उसके परिवार में प्रतिमाह 27 हजार की आमदनी हो रही है।उसने बताया कि वह अभी काॅलेज की परीक्षा के साथ काॅम्पीटिटीव परीक्षाओं की तैयारी भी कर रही है।

मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना को उसने धन्यवाद दिया और कहा कि न सिर्फ इस योजना से उसके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई,साथ ही जशपुर से बाहर दिल्ली पहुंचने पर एक नई दुनिया देखने को मिली। जोईलीना ने अपनी तरह सभी युवक युवतियों को भी इस योजना का लाभ लेने का आग्रह किया है। 

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