... सुनो सरकार : "ऐसे में कैसे दूर होगा कुपोषण..? जशपुर के पहाड़ी क्षेत्र में " बच्चों के "रेडी टू ईट" को भी सुपरवाईजर ने नहीं छोड़ा,जब शुरु हुई मामले की जाँच तो सुपरवाईजर की बड़ी गलती आई सामने,रातोंरात मामला निपटाने की कोशिश,जाँच टीम के सामने उजागर हुई गलती,CDPO ने जिला प्रशासन को सौंपी जांच रिपोर्ट,सुपरवाईजर लम्बे समय से विवादित,कार्यवाही की मांग....?

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सुनो सरकार : "ऐसे में कैसे दूर होगा कुपोषण..? जशपुर के पहाड़ी क्षेत्र में " बच्चों के "रेडी टू ईट" को भी सुपरवाईजर ने नहीं छोड़ा,जब शुरु हुई मामले की जाँच तो सुपरवाईजर की बड़ी गलती आई सामने,रातोंरात मामला निपटाने की कोशिश,जाँच टीम के सामने उजागर हुई गलती,CDPO ने जिला प्रशासन को सौंपी जांच रिपोर्ट,सुपरवाईजर लम्बे समय से विवादित,कार्यवाही की मांग....?

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,23 अगस्त 2022

BY योगेश थवाईत 

इन दिनों महिला बाल विकास विभाग में पदस्थ अधिकारी,कर्मचारी बच्चों,गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों को मिलने वाले रेडीटूईट वितरण में भी बड़ी गड़बड़ी करते नजर आ रहे हैं।महज कागजों में पूरक पोषण आहार बांटकर लाखों का वारा न्यारा किये जाने की खबर है।फिलहाल परियोजना अधिकारी ने मामले में जांच पूरी कर ली है जिसमें सुपरवाईजर की बड़ी गलती सामने आई है।

उल्लेखनीय है कि जशपुर जिले के सन्ना महिला बाल विकास विभाग में पदस्थ सुपरवाईजर क्रेसेंसिया टोप्पो पर रेडी टू ईट का वितरण नहीं किये जाने के गंभीर आरोप लगे थे।दरअसल सन्ना के सरधापाठ में 38 व देवडांड में 32 आँगनबाड़ी केंद्र हैं जहाँ रेडी टू ईट वितरण में अनियमितता की बात सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आई थी।


 महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 6 माह से 3 वर्ष एवं 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों,कुपोषित बच्चों व गर्भवती माताओं,किशोरी बालिकाओं को रेडी टू ईट के माध्यम से पोषित करने की योजना है।जिसके लिए प्रति किलो 75 रूपए शासन सम्बंधित सप्लायर को प्रदान करती है।सन्ना के सरधापाठ व देवडांड क्षेत्र के कई केन्द्रों में सुपरवाईजर के द्वारा जुलाई माह का पूरक पोषण आहार  वितरित नहीं किया है।

सन्ना के सरधापाठ व देवडांड क्षेत्र में हजारों हितग्राही शासन की इस सुपोषण योजना से वंचित नजर आ रहे हैं।अप्रैल,मई,जून,जुलाई व अगस्त के रेडीटूईट वितरण में अनियमितता की बातें सामने आने के बाद मामले में सन्ना परियोजना अधिकारी की टीम ने जाँच शुरू कर दी।

जाँच शुरु होते ही सुपरवाईजर द्वारा अधिकतर केन्द्रों में जाकर मामले को निपटाने का प्रयास भी किया गया।वहीँ कुछ केन्द्रों में रातोंरात रेडी टू ईट पंहुचाकर पावती लिया गया।गलती सुधारने की हड़बड़ी में बड़ी गलती यह सामने आई कि आनन फानन में  सुपरवाईजर ने अगस्त माह की पैकिंग रेडी टू ईट जुलाई का कहकर बाँट दिया।

अब बड़ा सवाल उठता है कि हजारों हितग्राही के  जुलाई का रेडी टू ईट आखिर कहाँ गया।मामला उजागर होने के बाद सुपरवाईजर द्वारा मामले को निपटाने का प्रयास कहाँ तक जायज है।

मामले की जाँच कर रहे सन्ना परियोजना अधिकारी भानुप्रताप साहू ने बताया कि 14 आंगन बाड़ी केन्द्रों के रेडी टू ईट का वितरण सुपरवाईजर द्वारा नहीं किया गया है,मामले में जिला महिला बाल विकास विभाग अधिकारी को जाँच रिपोर्ट दे दी गई है।जिला कार्यालय द्वारा आगे की कार्यवाही की जाएगी।


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