गुरसिया,टीम पत्रवार्ता,10 अक्टूबर 2019
यूँ तो रिवाज है दशहरे के दिन रावण का अंत होता है पर छत्तीसगढ़ के गुरसियां में दशहरे के दो दिन बाद रावण का अंत किया गया।
सत्य की जीत के प्रतीक के रूप में मनाए जाने वाले विजयादशमी के त्यौहार पर गुरुवार को गुरसिया में धूमधाम से इस पर्व को मनाया गया। राम और रावण युद्ध के मंचन के बाद गुरसिया के बाजार मैदान में रावण का दहन किया गया।वहीं बाजार पारा मैदान में भी रामलीला का आयोजन करते हुए रावण दहन किया गया।
इस दौरान वहां भारी संख्या में लोगों का हुजूम इस रामलीला को देखने के लिए उमड़ा हुआ था।आतिशबाजी और रामलीला का अद्भुत मंचन देखकर ग्रामीण जय श्री राम के नारे लगाने लगे।हजारों लोगों की उपस्थिति में रावण दहन किया गया।वहीं विजयादशमी पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए सभी जगह पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था देखी गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति के तत्वावधान में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में जनपद सदस्य विरेन्द्र मरकाम के मुख्य आतिथ्य में विशिष्ट अतिथि उर्मिला कंवर, भोला गोस्वामी,दशहरा समिति के अध्यक्ष ईश्वर सिंह, कांता ठाकुर,राजु परमाल,विनोद सोनी,विष्णु मंहत, शिवचरण यादव, बाल कृष्ण, हरीचंद दशहरा उत्सव मे शामिल हुए।
समिति के अध्यक्ष भोला गोस्वामी ने पत्रवार्ता को बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष गुरुवार की शाम को भगवान श्री राम लक्ष्मण, हनुमान व वानर सेना की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई जो गुरसिया ग्राम के प्रमुख मार्गो से होते हुए वापस बाजार पारा मैदान पहुंची और मंच पर रावण वध का मंचन होनें के बाद अतिथियों की उपस्थिति में भव्य आतिशबाजी के बीच रावण दहन किया गया।
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