... साहित्य और साहित्यकारों के लिए उर्वर भूमि है बिलासपुर: आयुक्त टी सी महावर..

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साहित्य और साहित्यकारों के लिए उर्वर भूमि है बिलासपुर: आयुक्त टी सी महावर..


बिलासपुर(पत्रवार्ता.कॉम) बिलासपुर संभाग में दो साल तक संभागायुक्त के पद पर अपनी बेहतरीन सेवा देने वाले वरिष्ठ साहित्यकार श्री त्रिलोक चंद्र महावर ने अपने सम्मान समारोह में कहा कि बिलासपुर में काम करते हुए उनका अनुभव बहुत ही अच्छा रहा। उन्होंने कहा कि वे 1975 में अपनी पहली कविता चिड़िया लिखी, तब से अब तक वे साहित्य सेवा कर रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने चवन्नी कविता भी सुनाई। 


अध्यक्षता करते हुए छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ विनय कुमार पाठक ने कहा कि श्री महावर जी का विशेष स्नेह बिलासपुर जिले के साहित्य जगत को मिलते रहा है। उनकी रचनाओं में जमीन से जुड़ी हुई बातों का समावेश रहता है। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ अजय पाठक ने कहा कि श्री महावर जी न केवल कुशल प्रशासक हैं वरन उच्च कोटि के साहित्यकार भी हैं।
इस अवसर पर द्वारिका प्रसाद अग्रवाल, डॉ सुधाकर बिबे, केवलकृष्ण पाठक, विक्रम सिंह ने भी अपने विचार और अनुभव रखे। 

इससे पहले कार्यक्रम के संचालन करते हुए मंच के संस्थापक डॉ सोमनाथ यादव ने संभागायुक्त टी सी महावर के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके विचार और सोच को बताया। बिलासा कला मंच द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह में श्री महावर जी का शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में राजेन्द्र मौर्य, अजय शर्मा, राघवेंद्र धर दीवान, राघवेंद्र दुबे,चंद्रप्रकाश देवरस,महेश श्रीवास,रामेश्वर गुप्ता,आनंदप्रकाश गुप्त, देवानंद दुबे, अश्विनी पांडे, नरेन्द्र कौशिक, जी आर चौहान, महेश भार्गव,मनोहरदास मानिकपुरी,दिनेश्वर जाधव,मनीष गुप्ता, विनोद गुप्ता, ओमशंकर लिबर्टी, सहदेव कैवर्त, बद्री कैवर्त, विश्वनाथ राव, राजकुमार गिरि, डॉ जगदीश कुलदीप, नितेश पाटकर सहित बिलासा कला मंच के सदस्यगण  उपस्थित रहे।
आभार महेश श्रीवास ने किया।

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