जशपुर(Yogesh@पत्रवार्ता) बादलखोल अभ्यारण्य में सागौन
की लगातार कटाई के मामले में एलिफेंट रिजर्व बादलखोल के डीएफओ ने प्रारंभिक जाँच
में एक वनरक्षक को निलंबित किया है।वहीँ अधिकारियों के द्वारा जाँच के बाद बड़ी
कार्रवाई की बात कही जा रही है।
उल्लेखनीय है कि बादलखोल गेम रेंज के अंतर्गत शरबकोम्बो सर्किल के अंतर्गत कम्पार्टमेंट
क्रमांक 76,77 व 78 में सैकड़ों की संख्या में सागौन के कटे हुए पेड़ मिले थे जिसमें
जांच जारी है।
गेम रेंजर पीएल गौर ने बताया कि पिछले 30 नवम्बर को बीट जाँच के
दौरान कई अनियमितताएं सामने आई थी जिसमें लगभग 30 ठूंठ मिले थे जिसकी कीमत 86 हजार
6 सौ 27 रुपये आंकी गई है।लगभग 58 हजार 7 सौ 13 रूपए की वन उपज के बाद 27
हजार 9 सौ 14 रुपए की हानि शासन को होना बताया गया है।जिसमें जाँच के बाद
वनरक्षक प्रेमदानी टोप्पो को निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल लम्बे समय से बादलखोल अभ्यारण्य से सागौन की तस्करी किए
जाने की खबर सामने आ रही थी जिसमें विधायक यूडी मिंज व उनके समर्थकों के द्वारा
उक्त क्षेत्र का अवलोकन किया गया जिसमे पिछले 25 जनवरी को बड़ी संख्या में सागौन की
बल्लियाँ व कटे हुए ठूंठ मौके पर मिले जिसे वन विभाग द्वारा जप्ती कर पंचनामा
तैयार किया गया।
मामले में विधायक यूडी मिंज के द्वारा उच्चाधिकारियों से बात की
गई और बादलखोल अभ्यारण्य की गहन जाँच के निर्देश दिए गए।पिछले दो दिनों से उक्त मामले में लगातार जांच का दौर जारी है
प्रधान वनसंरक्षक श्री बिसेन ने बताया की मामले में सीएफ को जाँच के लिए निर्देशित
किया गया है।जिसमें जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि बादलखोल अभ्यारण्य के बेंद,कलिया,बनखेता व डेगाडेगी
क्षेत्र में तालाब निर्माण के नाम पर रिजर्व फारेस्ट में जहाँ जेसीबी का प्रयोग
किया जा रहा है वहीँ कई वृक्षों को भी नुक्सान पंहुचाया जा रहा है।
ग्रामीणों
का कहना है कि यहाँ भी पेड़ों की कटाई तेजी से हो रही है जिसमे विभागीय कर्मचारियों
अधिकारियों की मिलीभगत से जाँच सही तरीके से नहीं होती और मामले में लीपापोती कर
दी जाती है।
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