बिलासपुर(पत्रवार्ता.कॉम) चार स्तरीय वेतन मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे लिपिकों और सरकार के बीच ठन गयी है। प्रशासन ने आंदोलन को कुचलना शुरू कर दिया है। बिलासपुर में जिला प्रशासन ने आंदोलकारियों का टेंट उखाड़ दिया। हालांकि लिपिक संघ ने साफ कर दिया है कि सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले, जब तक मांगे पूरी नही होंगीं उनका आंदोलन जारी रहेगा।
छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ बीते 2 दिनों से प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। लगातार वो अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दवाव बना रहे हैं। लेकिन इस बीच उनके आंदोलन को कुचलने की कोशिश भी शुरू हो गयी है। बिलासपुर में जिला प्रशासन ने आंदोलन कर रहे लिपिकों का टेंट उखाड़ दिया है। मुंगेली नाका चौक के पास लिपिक टेंट लगाकर धरने पर बैठे थे।
इधर आंदोलन को कुचलने की कोशिश के बीच लिपिक संघ ने भी साफ किया है कि हर हाल में जब तक मांगे पूरी नही हो जाती, उनका आंदोलन जारी रहेगा। छग प्रदेश लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ के महामंत्री रोहित तिवारी ने बताया कि विरोध प्रदर्शन ट्रेड यूनियन का अधिकार है। शासन - प्रशासन की घबराहट है कि आंदोलन को कुचलने का कोशिश की जा रही है। लेकिन आंदोलनकारियों के हौसले इससे पस्त नही होने वाले। बल्कि दोगुनी ताकत के साथ आंदोलन को सफल बना लिपिक संघ इसका जवाब देने वाला है। उन्होंने बताया कि हड़ताल में शामिल सभी लिपिक शासकीय अवकाश पर हैं। संवैधानिक दायरे में रहकर अधिकार मांग रहे हैं। बावजूद इसके लिपिकों को जिला प्रशासन बेवजह परेशान कर रहा है जिसे कतई बर्दास्त नही किया जाएगा।
बहरहाल आंदोलन को कुचलने की कोशिश के बीच सरकारी बाबूओं के रुख से एक बात तो साफ है कि आने वाले दिनों में लिपिकों का आंदोलन और उग्र होने वाला है। इस बार सरकारी बाबू आर-पार के मूड में नज़र आ रहे हैं।
0 Comments